उत्तराखंड : निरंजनी अखाड़ा के 2 और संतों का कोरोना संक्रमण से निधन, अब तक 5 संतों की जान गई
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निरंजनी अखाड़ा के दो संतों का निधन आज कोरोना संक्रमण से हो गया. (सांकेतिक फोटो)
निरंजनी अखाड़े के संत अजय गिरी और सोमनाथ गिरी का निधन अलग-अलग अस्पताल में कोरोना संक्रमण के कारण हो गया. बताया जाता है कि निरंजनी अखाड़ा के 5 संतों की अब तक कोरोना से मौत हो चुकी है.
हरिद्वार. हरिद्वार में मंगलवार यानी 27 अप्रैल को चैत्र पूर्णिमा के अवसर पर हरिद्वार महाकुंभ का आखिरी शाही स्नान हुआ. इसके बाद वक्त से पहले कुंभ खत्म कर दिया गया. लेकिन अब इसके बाद निरंजनी अखाड़े में कोरोना का कहर शुरू हो गया है. आज शुक्रवार को निरंजनी अखाड़े के दो संतों की मौत हो गई. कोरोना संक्रमण के कारण एक संत की मौत एम्स ऋषिकेश में हुई जबकि दूसरे संत ने बाबा बर्फानी अस्पताल में दम तोड़ा. कुल 5 संतों की हुई मौत बताया जाता है कि निरंजनी अखाड़े के संत अजय गिरी (55) कोरोना संक्रमित हो गए थे. उन्हें इलाज के लिए एम्स ऋषिकेश में भर्ती कराया गया था. पर उनकी हालत लगातार गिरती गई और आखिरकार शुक्रवार को उनका निधन हो गया. इसी तरह निरंजनी अखाड़े के ही संत सोमनाथ गिरी भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे. उन्हें बाबा बर्फानी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. लेकिन उन्हें भी बचाया नहीं जा सका. सूत्र बताते हैं कि कल भी इस अखाड़े के एक बड़े संत की मौत हुई थी. खबर है कि अब तक निरंजनी अखाड़े के पांच संतों की मौत कोरोना संक्रमण की वजह से हो चुकी है. चार धाम यात्रा स्थगितइस बीच, कल ही उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण की बढ़ती रफ्तार को देखते हुए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने चारधाम यात्रा स्थगित करने की घोषणा की थी. उन्होंने कहा था कि कपाट खुलेंगे और सिर्फ पूजा-अर्चना होगी. उन्होंने साफ तौर पर कहा कि कोरोना संक्रमण के मौजूदा हालात में यात्रा संभव नहीं है. आपको याद दिला दें कि 14 मई को यमुनोत्री मंदिर के कपाट खुलने के साथ ही चार धाम यात्रा शुरू होनी थी. पिछले साल भी उत्तराखंड सरकार ने महामारी के चलते यह यात्रा मई में रोक दी थी. इसके बाद राज्य सरकार ने 1 जुलाई से श्रद्धालुओं के लिए चार धाम यात्रा शुरू की थी.
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