तीन बेटों ने दी इंदिरा हृदयेश को मुखाग्नि, सीएम तीरथ सिंह रावत समेत दिग्गजों ने दी श्रद्धांजलि
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इंदिरा हृदयेश का अंतिम संस्कार संपन्न हुआ.
उत्तराखंड में कांग्रेस की प्रथम पंक्ति का नाम और नेता प्रतिपक्ष रहीं इंदिरा का अंतिम संस्कार उनके तीनों बेटों ने किया. इससे पहले उनके आवास पर अंतिम दर्शन कार्यक्रम हुआ और सुबह से ही समर्थकों सहित राज्य के प्रमुख नेताओं का तांता लगा रहा.
देहरादून. नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश का अंतिम संस्कार आज सोमवार को हल्द्वानी के रानी बाग स्थित चित्रशिला घाट पर संपन्न हुआ. उत्तराखंड विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रहीं कांग्रेस की वरिष्ठ नेता इंदिरा को उनके तीन बेटों बॉबी हृदयेश, सौरभ हृदयेश और सुमित हृदयेश ने मुखाग्नि दी. पूरे राजकीय सम्मान के साथ उन्हें अंतिम विदाई दी गई. उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत समेत कई दिग्गज नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी. अंतिम संस्कार से पहले बीजेपी और कांग्रेस के कई बड़े नेता इंदिरा को श्रद्धांजलि देने पहुंचे, जिनमें कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य, बीजेपी सांसद अजय भट्ट, कांग्रेस नेता हरीश रावत, प्रीतम सिंह, प्रदेश पभारी देवेंद्र यादव, कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय आदि शामिल थे.
अंतिम संस्कार से पहले बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने भी इंदिरा के घर पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि दी और शोक संतप्त परिवार को ढांढस बंधाया. दूसरी ओर, इंदिरा हृदयेश के निधन पर विधानसभा अध्यक्ष के ऋषिकेश स्थित कैंप कार्यालय में शोक सभा आयोजित की गई, जिसमें उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने स्वर्गीय हृदयेश के चित्र पर पुष्प चढ़ाकर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की. अग्रवाल ने भावुक होकर कहा कि श्रीमती इंदिरा का निधन उत्तराखंड के लिए एक अपूरणीय क्षति है. इस अवसर पर दो मिनट का मौन रखकर दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की गई.
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कांग्रेस की वरिष्ठ नेता इंदिरा हृदयेश.
अंतिम संस्कार से पहले इंदिरा हृदयेश का पार्थिव शरीर सुबह करीब 10 बजे अंतिम दर्शन के लिए स्वराज आश्रम लाया गया था. इसके बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं के हुजूम के साथ उनकी शवयात्रा नैनीताल रोड से निकाली गई. सोमवार सुबह से ही नैनीताल रोड स्थित इंदिरा के आवास पर अंतिम दर्शनों के लिए नेताओं, समर्थकों और स्थानीय लोगों का तांता लगा रहा. बता दें कि रविवार को नई दिल्ली में दिल का दौरा पड़ने से इंदिरा हृदयेश का निधन 80 साल की उम्र में हो गया था. रविवार देर शाम पार्थिव शरीर रुद्रपुर पहुंचा था और रात तक हल्द्वानी. यह भी गौरतलब है कि इंदिरा के तीनों बेटों में से सुमित राजनीति के क्षेत्र में हैं.
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