भारत जोड़ो यात्रा बंद करें, हेल्थ मिनिस्टर मनसुख मांडविया की राहुल गांधी को चिट्ठी
नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी इन दिनों कन्याकुमारी से लेकर कश्मीर तक की अपनी ‘भारत जोड़ो यात्रा’ पर हैं। इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मांडविया ने उन्हें अपनी यात्रा के दौरान कोरोना को लेकर जारी मानदंडों का पालन करने के लिए कहा है। उन्होंने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को एक चिट्ठी लिखी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा में कोरोना गाइडलाइंस का सख्ती से पालन किया जाए, अगर कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना संभव नहीं हो, भारत जोड़ो यात्रा को देशहित में स्थगित किया जाए।
मनसुख मांडविया ने पत्र में कहा, राजस्थान में चल रही भारत जोड़ो यात्रा में कोरोना गाइडलाइन का सख्ती से पालन हो, मास्क और सेनीटाइजर का इस्तेमाल कराया जाए। यात्रा में सिर्फ वैक्सीनेटिड लोग ही हिस्सा लें, यह सुनिश्चित किया जाए। यात्रा में जुडऩे से पूर्व और बाद में यात्रियों को आइसोलेट किया जाए। मांडविया ने आगे लिखा, अगर कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करना संभव नहीं है। तो पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी की स्थिति को ध्यान में रखते हुए कोरोना महामारी से देश को बचाने के लिए भारत जोड़ो यात्रा को देशहित में स्थगित किए जाने का अनुरोध है।
दरअसल, राजस्थान के सांसद पीपी चौधरी, निहाल चंद, देवजी पटेल ने स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया को पत्र लिखकर भारत जोड़ो यात्रा से फैल रही कोरोना महामारी के संबंध में चिंता व्यक्त की थी। उन्होंने लिखा था कि देश में पिछले कुछ दिनों में कोरोना के मामलों में वृद्धि हुई है। इसके साथ ही राजस्थान में भारत जोड़ो यात्रा चल रही है। इसमें देश के विभिन्न राज्यों के लोग हिस्सा ले रहे हैं। दूसरे राज्यों से आने वाले यात्रियों के चलते राजस्थान में कोरोना के फैलने का खतरा बना हुआ है।
यात्रा में शामिल होने वाले यात्रियों में कोरोना के लक्षण भी दिख रहे हैं। हिमाचल प्रदेश के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू भी यात्रा से वापस लौटने के बाद कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। ऐसे में इसे लेकर सचेत होने की जरूरत है। कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा से मोदी सरकार बौखलाए हुई है। आम लोगों का ध्यान भटकाने के लिए भाजपा तरह-तरह के सवाल उठा रही है। उन्होंने पूछा कि क्या गुजरात चुनाव में क्करू मोदी मास्क लगाकर, सारे प्रोटोकॉल मानते हुए घर-घर गए थे?