सल्ट उपचुनाव: अपनों के बीच ही दांव पर है हरीश रावत का सियासी वजूद, ये है वजह
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कोरोना वायरस से संक्रमित होने के चलते पूर्व सीएम हरीश रावत एम्स में भर्ती हुए थे. (फाइल फोटो)
सल्ट विधानसभा उपचुनाव के लिए मतदान की घडी नजदीक आ गई है. इसी महीने की 17 तारीख को मतदान होना है. ऐसे में मुख्य मुकाबले वाली कांग्रेस और बीजेपी ने सीट पर कब्जा करने के लिए पूरी जोर- आजमाइश शुरू कर दी है, लेकिन कांग्रेस नेता हरीश रावत की इस चुनाव में प्रतिष्ठा दाव पर है.
उत्तराखंड बीजेपी के लिए जहां ये चुनाव अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों को देखते हुए लिटमस टेस्ट माना जा रहा है, वहीं पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत की प्रतिष्ठा से भी ये चुनाव जुड़ गया है. असल में इस उपचुनाव के लिए सल्ट से हरीश रावत के विरोधी माने जाने वाले रंजीत रावत अपने बेटे के लिए टिकट चाह रहे थे, लेकिन हरीश रावत ने अपनी पहुंच का इस्तेमाल करते हुए गंगा पंचोली को टिकट दिलवाने में सफलता पा ली. मगर अब उनकी असली परीक्षा नतीजों को अपने पक्ष में लाने की है.
हरीश रावत कोरोना पॉजिटिव होने के कारण एक दिन भी चुनाव प्रचार में नहीं जा पाए. ऐसे में वो सोशल मीडिया के जरिए लगातार गंगा पंचोली को जीताने की अपील कर रहे हैं. कुछ रोज पूर्व रावत ने गंगा पंचोली की जीत को खुद के जीवन-मरण से जोड़ दिया था. रावत ने फेसबुक के जरिए जारी वीडिओ संदेश में कहा था कि उनके अपने क्षेत्र से गंगा पंचोली अगर नहीं जीतती हैं तो ये उनके लिए मरने के समान होगा.
ताजा जारी वीडियो में हरीश रावत एक बार फिर सल्ट की जनता से गंगा पंचोली को जिताने की अपील कर रहे हैं. साथ ही कहते हैं कि गंगा की जीत से क्षेत्र में विकास की गंगा भी बहेगी. रावत गंगा के कौशल पर पूरा भरोसा जताते हुए कहते हैं कि गंगा विकास के सभी आयामों को आसानी से छू सकती है. हरीश रावत की ये अपील काफी भावुकता भरी हुई है. हॉस्पिटल के बैड में बैठकर रावत ने ये अपील सोशल मीडिया में जारी की है.असल में सल्ट विधानसभा का उपचुनाव इसलिए भी हरीश रावत के लिए अहम हो गया है कि ये इलाका उनके गृह क्षेत्र से बहुत करीब सटा हुआ है. साथ ही इसके नतीजों के जरिए वो अपनी राजनीतिक विरोधी रंजीत रावत को कड़ा जवाब देने की तमन्ना भी रखे हुए हैं.
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