उत्तराखंड

पहली एंबुलेंस ड्राइवर: केरल की दीपा जो देश को दिखा रही हैं नई राह

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महिला दिवस के मौके पर केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने राज्य की पहली एंबुलेंस ड्राइवर को सम्मानित किया. दीपामोल राज्य की पहली एंबुलेंस ड्राइवर हैं. वह घरों में काम करके जीविका चलाती थीं. इसके बाद ऑटो से ड्राइविंग सीखीं और फिर एंबुलेंस ड्राइवर बन गईं.

दीपामोल को सम्मानित करते हुए वीना जॉर्ज ने कहा, कोट्टयम की रहने वाली दोपामोल महिलाओं के लिए आदर्श हैं. उन्हें देखकर महिलाएं ये सोच रही हैं कि वे कुछ भी कर सकती हैं. वह एंबुलेंस की ड्राइवर बनकर एक नए अध्याय की शुरुआत कर रही हैं.

बता दें कि दीपामोल को ड्राइविंग लाइसेंस साल 2008 में ही मिल गया था. इसके एक साल बाद उन्हें हेवी व्हीकल का भी ड्राइविंग लाइसेंस मिल गया था. वह एक ड्राइविंग स्कूल भी चलाती हैं, जहां से ढेरों ने ट्रेनिंग ली है.

साल 2021 में 16 दिन में ड्राइविंग करते हुए वह अपने टू व्हीलर से कोट्टयम से लद्दाख पहुंची थीं. त्रिसूर में आयोजित इस ड्राइविंग कॉन्टेस्ट की वह विजेता बनी थीं. अब वह एक एंबुलेंस चलाने के लिए जरूरी सभी टेस्ट को पास कर चुकी हैं. उनका कहना है कि महिलाओं को सिर्फ किचन में नहीं रहना चाहिए. उन्हें हर तरह की नौकरी के लिए आगे आना चाहिए और खुद पर निर्भर रहना चाहिए.

Tags: Inspiring story, Womens day

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