उत्तराखंड

2.69 करोड़ से अधिक कोरोना टीके की खुराक अभी भी राज्यों के पास उपलब्‍ध: केंद्र

[ad_1]

नयी दिल्ली. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय (union health ministry) ने बृहस्पतिवार को कहा कि कोविड-19 रोधी टीके (anti-Corona vaccine) की 2.69 करोड़ से अधिक शेष और अप्रयुक्त खुराक अभी भी राज्यों, केंद्रशासित प्रदेशों और निजी अस्पतालों के पास उपलब्ध हैं. मंत्रालय ने कहा कि सभी स्रोतों के माध्यम से अब तक राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को 51.01 करोड़ से अधिक टीके की खुराक प्रदान की जा चुकी है तथा 7,53,620 और खुराक मुहैया कराने की प्रक्रिया में हैं. मंत्रालय ने कहा कि इसमें से बर्बाद हुई खुराक सहित कुल खपत 48,60,15,232 खुराक है. सभी के लिए कोविड-19 टीकाकरण का नया चरण 21 जून से शुरू हुआ था.

मंत्रालय ने बताया कि टीकाकरण अभियान को अधिक से अधिक वैक्सीन की उपलब्धता के जरिये बढ़ाया गया. इसके तहत राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को वैक्सीन की उपलब्धता के बारे में पूर्व सूचना प्रदान की गई, ताकि वे बेहतर योजना के साथ टीके लगाने का बंदोबस्त कर सकें और टीके की आपूर्ति श्रृंखला को दुरुस्त किया जा सके. देशव्यापी टीकाकरण अभियान के हिस्से के रूप में केंद्र सरकार राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को निशुल्क कोविड वैक्सीन प्रदान करके उन्हें समर्थन दे रही है.

ये भी पढ़ें : टूलकिट केस: दिशा रवि की अर्जी पर दिल्ली पुलिस का जवाब-हमने लीक नहीं की जानकारी 

ये भी पढ़ें : डांस वीडियो के जरिए लोगों का दिल जीत रहा है मुंबई पुलिस का जवान, आपने देखा क्या?

टीकों की सर्व-उपलब्धता के नये चरण में, केंद्र सरकार वैक्सीन निर्माताओं से 75 प्रतिशत टीके खरीदकर उन्हें राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को निशुल्क प्रदान करेगी. केंद्र सरकार द्वारा सभी प्रकार के स्रोतों से अब तक वैक्सीन की 51.01 करोड़ से अधिक (51,01,88,510) खुराकें राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को प्रदान की गई हैं. इसके अलावा 7,53,620 खुराकें भेजे जाने की तैयारी है.

गुरुवार आठ बजे सुबह तक उपलब्ध आंकड़ों के हिसाब से उपरोक्त खुराकों में से बरबाद हो जाने वाली खुराकों को मिलाकर कुल 48,60,15,232 खुराकों की खपत हो चुकी है. अभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों तथा निजी अस्पतालों के पास कोविड-19 टीके की 2.69 करोड़ से अधिक (2,69,06,624) अतिरिक्त और बिना इस्तेमाल की हुई खुराकें बची हैं, जिन्हें लगाया जाना है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अब तक जिन लोगों की मौत हुई है, उनमें से 70 प्रतिशत से ज्यादा मरीजों को अन्य बीमारियां थीं. मंत्रालय ने बताया कि सरकारी आंकड़ों का भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के आंकड़ों के साथ मिलान किया जा रहा है.

पढ़ें Hindi News ऑनलाइन और देखें Live TV News18 हिंदी की वेबसाइट पर. जानिए देश-विदेश और अपने प्रदेश, बॉलीवुड, खेल जगत, बिज़नेस से जुड़ी News in Hindi.

[ad_2]

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *