PM Security Breach: प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक की घटना पर केंद्र सख्त, लिए जाएंगे कड़े और बड़े फैसले
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नई दिल्ली/चंडीगढ़. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने गुरुवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ramnath Kovind) से मुलाकात कर अपने पंजाब दौरे के दौरान उनकी सुरक्षा में हुई चूक के मामले की जानकारी दी और इसके कुछ ही देर बाद केंद्र सरकार ने संकेत दिया कि केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा संबंधित जानकारियां इकट्ठा किए जाने के बाद वह कोई ‘‘बड़ा व कड़ा फैसला’’ भी ले सकती है. उच्चतम न्यायालय ने भी इस मामले का संज्ञान लिया जबकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस में आरोप और प्रत्यारोप के सिलसिले के बीच पंजाब सरकार ने पूरे प्रकरण की जांच के लिए दो सदस्यीय समिति गठित कर दी. इन सबके बीच, देश भर में भाजपा नेताओं ने प्रधानमंत्री के दीर्घायु होने की कामना करने हुए मंदिरों में पूजा-अर्चना की और महामृत्युंजय मंत्र का जाप भी किया.
पंजाब के भाजपा नेताओं ने चंडीगढ़ में राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित से मुलाकात की और राज्य के गृह मंत्री और पुलिस महानिदेशक को बर्खास्त किए जाने की मांग की. उत्तराखंड में एक रैली को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी सुरक्षा चूक (PM Modi Security Breach in Punjab) को लेकर पंजाब सरकार को आड़े हाथों लिया. गौरतलब है कि पंजाब के दौरे पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में बुधवार को उस वक्त ‘‘गंभीर चूक’’ की घटना हुई, जब फिरोजपुर में कुछ प्रदर्शनकारियों ने उस सड़क मार्ग को अवरुद्ध कर दिया जहां से उन्हें गुजरना था. इस वजह से प्रधानमंत्री एक फ्लाईओवर पर करीब 20 मिनट तक फंसे रहे. घटना के बाद प्रधानमंत्री किसी कार्यक्रम में शामिल हुए बिना दिल्ली लौट आए.
केंद्र सरकार ने इस घटना के लिए पंजाब की कांग्रेस सरकार को जिम्मेदार ठहराया और उससे रिपोर्ट तलब की है. हालांकि, पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा में कोई चूक नहीं हुई और इसके पीछे कोई राजनीतिक मंशा नहीं थी. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में अचानक हुए बदलाव के कारण यह घटना हुई और प्रधानमंत्री के जीवन पर खतरे जैसी कोई स्थिति नहीं थी.
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मामले की जांच के लिए गठित की गई समिति
मुख्यमंत्री ने मामले की गहराई से जांच के लिए एक समिति गठित कर दी है. सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति मेहताब सिंह गिल और प्रधान सचिव, गृह मामले व न्याय, अनुराग वर्मा को तीन दिनों के भीतर रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है. चन्नी ने कहा कि रिपोर्ट आने के बाद ही दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी.
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राज्य सरकार को तत्काल रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश देते हुए कहा है कि उसने जरूरी तैनाती सुनिश्चित नहीं की, जबकि गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री की यात्रा के दौरान सुरक्षा प्रक्रिया में इस तरह की लापरवाही पूरी तरह से अस्वीकार्य है और जवाबदेही तय की जाएगी.
लिए जाएंगे कड़े और बड़े फैसले
सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने मंत्रिमंडल की बैठक के बाद संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री के पंजाब दौरे पर हुई सुरक्षा चूक के बारे में केंद्रीय गृह मंत्रालय सूचनाएं एकत्र कर रहा है और ‘बड़े एवं कड़े फैसले’ किये जाएंगे. ठाकुर ने कहा कि कुछ लोग इस बारे में उच्चतम न्यायालय भी गए हैं और मीडिया सहित अन्य क्षेत्रों से लोगों ने अपने विचार व्यक्त किये हैं. उन्होंने कहा, ‘‘केंद्रीय गृह मंत्रालय ने भी कार्रवाई की बात कही है. सूचनाएं एकत्र करने के बाद जो भी कदम…बड़े और कड़े निर्णय उसकी ओर से लिये जाएंगे .’’
ठाकुर ने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि देश की न्यायिक व्यवस्था ने सभी को न्याय दिया है. और जब ऐसी चूक होती हैं, जो भी कदम उठाने होंगे, उठाये जायेंगे.’’
राष्ट्रपति ने जाहिर की चिंता
राष्ट्रपति भवन में हुई प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति की मुलाकात के दौरान कोविंद ने सुरक्षा में हुई चूक की घटना को लेकर चिंता जाहिर की. राष्ट्रपति भवन ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘राष्ट्रपति भवन पहुंच कर प्रधानमंत्री मोदी ने कोविंद से मुलाकात की. उन्होंने राष्ट्रपति कोविंद को एक दिन पहले, अपने पंजाब दौरे के दौरान हुई सुरक्षा चूक की घटना के बारे में जानकारी दी. राष्ट्रपति ने (प्रधानमंत्री की) सुरक्षा में चूक को लेकर चिंता व्यक्त की.’’
मुलाकात के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘ राष्ट्रपति जी से भेंट की . उनकी ओर से चिंता व्यक्त करने के लिये आभार. उनकी शुभकामनाओं के लिये आभारी हूं जो हमेशा शक्ति का स्रोत रहे हैं. ’’
उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने भी प्रधानमंत्री मोदी के पंजाब दौरे पर हुई सुरक्षा में चूक की घटना को लेकर चिंता जताई और इस सिलसिले में उनसे बात भी की. उपराष्ट्रपति कार्यालय की ओर से जारी एक ट्वीट के मुताबिक, नायडू ने कहा कि प्रधानमंत्री के सुरक्षा प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने के लिए कठोर कदम उठाए जाएं, जिससे भविष्य में दोबारा इस प्रकार की चूक ना हो.
शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई
उच्चतम न्यायालय सुरक्षा चूक मामले की गहन जांच और भविष्य में इसकी पुनरावृत्ति नहीं हो, यह सुनिश्चित करने का अनुरोध करने वाली याचिका पर शुक्रवार को सुनवाई करेगा.
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प्रधान न्यायाधीश एनवी रमण, न्यायमूर्ति सूर्यकांत और न्यायमूर्ति हिमा कोहली की पीठ ने बृहस्पतिवार को वरिष्ठ अधिवक्ता मनिंदर सिंह के उस प्रतिवेदन पर गौर किया, जिसमें कहा गया है कि पंजाब में बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में गंभीर चूक हुई. इसकी वजह से प्रधानमंत्री के काफिले को बठिंडा में रोकना पड़ा. इसके बाद प्रधानमंत्री को पंजाब में एक रैली में शामिल हुए बगैर ही वापस दिल्ली लौटना पड़ा था.
याचिका पर तत्काल सुनवाई का अनुरोध किया गया था. पीठ ने कहा, ‘‘ इस याचिका की एक प्रति राज्य सरकार को भी सौंपे. हम कल सबसे पहले इस पर सुनवाई करेंगे. ’’
उत्तरकाशी में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि यदि प्रधानमंत्री की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं की जा सकती है तो ‘‘देश के लोकतांत्रिक संस्थानों के विघटन को रोकना कठिन होगा.”
भाजपा की पंजाब इकाई के नेताओं ने राज्यपाल से मुलाकात के बाद कहा कि उन्हें बुधवार की घटना की जांच के लिए राज्य सरकार द्वारा गठित समिति से कोई उम्मीद नहीं है. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अश्विनी शर्मा ने कहा, ‘‘हम इस समिति को खारिज करते हैं. मुख्यमंत्री इस साजिश के साजिशकर्ता हैं. उनकी सरकार द्वारा गठित यह समिति क्या करेगी?’’
कांग्रेस ने लगाए ये आरोप
बहरहाल, कांग्रेस ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री ने ‘पंजाब, पंजाब के लोगों और पंजाबियत’ का अपमान किया है और दुनिया भर में देश की छवि धूमिल की है. मुख्य विपक्षी पार्टी ने यह दावा भी किया कि साजिश के तहत पंजाब की संस्कृति को कुचला जा रहा है, जबकि अतीत में भी कई मौकों पर प्रधानमंत्री मोदी का काफिला सड़क पर फंसा है.
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कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट किया, ‘‘25 दिसंबर, 2017 को प्रधानमंत्री मोदी का काफिला गौतम बुद्ध नगर में जाम में फंसा था तो वह उचित था, सुरक्षा में कोई चूक नहीं थी ? दिल्ली में 15 सितंबर, 2018 को प्रधानमंत्री का काफिला जाम में फंसा तो भाजपा ने इसकी जानकारी ट्विटर पर साझा की और इसकी सराहना की.’’ उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा को राजनीतिक नाटक करने की बजाय पंजाब के किसानों और जनता के बीच अपनी साख खत्म होने की बात स्वीकारनी चाहिए.’’
पार्टी प्रवक्ता पवन खेड़ा ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘पिछले 24 घंटों से जो विवाद पैदा करने की कोशिश की जा रही है उससे देश की छवि धूमिल हो रही है. एक साजिश के तहत पंजाब की संस्कृति को कुचला जा रहा है.’’
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Tags: Narendra modi, Punjab
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