Honour Killing in UP: बहन के प्रेमी को फंसाना था तो भाई ने ही गला घोंटा फिर जला दिया
[ad_1]
अलीगढ़. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) मंगलवार को अलीगढ़ (Aligarh) पहुंच गए हैं. पीएम मोदी ने अलीगढ़ में राजा महेंद्र प्रताप सिंह स्टेट यूनिवर्सिटी की आधारशिला रखी. पीएम मोदी ने यहां पर यूनिवर्सिटी के मॉडल का जायजा लिया, कॉरिडोर को लेकर दी गई जानकारियों को देखा. अलीगढ़ में बनने वाली ये यूनिवर्सिटी 92 एकड़ में फैली होगी, जबकि 395 कॉलेज इसके अंतर्गत आएंगे. वहीं, डिफेंस कॉरिडोर का ऐलान खुद पीएम मोदी ने 2018 में किया था. अलीगढ़ के डिफेंस कॉरिडोर में 19 कंपनियां निवेश करेंगी, करीब 1300 करोड़ का निवेश होगा. उत्तर प्रदेश को नायाब तोहफा देने अलीगढ़ पहुंचे पीएम मोदी का सीएम योगी आदित्यनाथ ने मंच पर अंगवस्त्र और स्मृति चिन्ह देकर स्वागत किया.
पीएम मोदी ने भी इस मौके पर सभी का अभिनंदन किया. पीएम के साथ यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ भी मौजूद हैं. अलीगढ़ में पीएम मोदी ने कहा कि आज का दिन पश्चिमी यूपी के लिए बहुत बड़ा दिन है. हमारा संस्कार है कि जब कोई शुभ कार्य हो तो हमें अपने बड़े याद आते हैं.
मैं आज धरती के महान सपूत स्व. कल्याण सिंह जी की अनुपस्थिति महसूस कर रहा हूं. आज कल्याण सिंह हमारे साथ तो यूनिवर्सिटी और डिफेंस कॉरिडोर देखकर बहुत खुश होते. उनकी आत्मा जहां भी होगी, हमें आशीर्वाद दे रही होगी.
Aligarh: PM Narendra Modi lays the foundation stone of Raja Mahendra Pratap Singh State University
UP Governor Anandiben Patel & UP CM Yogi Adityanath were also present pic.twitter.com/bnqV46C02I
— ANI UP (@ANINewsUP) September 14, 2021
पीएम मोदी ने कहा कि यह देश का दुर्भाग्य रहा कि राष्ट्रनायकों-राष्ट्रनायिकाओं की तपस्या से देश की अगली पीढ़ियों से परिचित ही नहीं कराया गया. 20वीं सदी की उन गलतियों को 21वीं सदी का भारत सुधार रहा है. बता दें कि राजा महेंद्र प्रताप विश्वविद्यालय अलीगढ़ की कोल तहसील के लोढ़ा तथा मूसेपुर करीम जरौली गांव की 92 एकड़ से ज्यादा क्षेत्र में बनाया जाएगा. अलीगढ़ मंडल के 395 महाविद्यालयों को इससे संबंद्ध किया जाएगा.
कौन थे राजा महेंद्र प्रताप सिंह
देश के दो बड़े विश्वविद्यालयों के “नींव की ईंट” की तुलना करें तो अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय और काशी हिन्दू विश्वविद्यालय, दोनों की स्थापना में क्षेत्रीय राजाओं ने भूमि दान की थी. अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के संस्थापक सर सैय्यद अहमद खान ने भूमि दान देने वाले राजा महेंद्र प्रताप सिंह को भुला दिया, जबकि पंडित मदन मोहन मालवीय ने काशी नरेश के योगदान को सदैव सिर-माथे पर रखा.
[ad_2]
Source link