उत्तराखंड

भिंड एसपी के तबादले के बाद गृहमंत्री नराेत्तम मिश्रा ने दी सफाई- अमेजन मामले की जांच जारी रहेगी

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भोपाल . अमेजन (Amazon) गांजा ब्रिक्री मामले की जांच कर रहे भिंड एसपी मनोज कुमार सिंह के अचानक तबादले ने तूल पकड़ लिया है. कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) ने अमेजन (Amazon) को आरोपी बनाने वाले एसपी के तबादले को लेकर निंदा की, जिसके बाद मध्‍यप्रदेश के गृहमंत्री नरोत्‍तम मिश्रा का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा है कि अमेजन ड्रग्‍स मामले (Drugs case) की जांच पूरी सख्‍ती से होगी और इसका भिंड एसपी के तबादले से कोई संबंध नहीं है. पुलिस अधीक्षक ने यह मामला दर्ज कराया था और जांच भी शुरू की थी, लेकिन वह स्‍वयं अपनी भोपाल में पोस्टिंग चाहते थे. ऐसे में तबादले को अमेजन ड्रग्‍स मामले से जोड़ कर न देखा जाए. उन्‍होंने News 18 को दिए इंटरव्‍यू में यह जानकारी दी है.

नरोत्‍तम मिश्रा ने कहा कि पुलिस अधिकारी व्‍यक्तिगत कारणों से भोपाल आना चाहते थे और उन्‍होंने इसके लिए आवेदन दिया हुआ था. उन्‍होंने कहा कि ट्रांसफर और पोस्टिंग सतत प्रक्रियाएं हैं, ये सब तो चलता रहेगा. लेकिन अमेजन को मध्‍यप्रदेश में नशे का कारोबार नहीं करने दिया जाएगा. गृहमंत्री ने कहा कि यह मामला मैंने स्‍वयं ने उठाया है. अमेजन के जरिए इंदौर में जहर बेचा गया और जिसे खाकर एक युवा की मौत हो गई. ऐसा हरगिज नहीं होने दिया जाएगा. अमेजन पर सख्‍त कार्रवाई होगी. अमेजन के अधिकारियों ने जो जवाब दिया है, वह संतोषजनक नहीं है. अमेजन की आड़ में मादक पदार्थों की सप्‍लाई हो रही है, अगर कोई हथियार मंगाए तो हथियार पहुंंच जाएंगे. ऐसा मध्‍यप्रदेश में नहीं चलेगा.

इससे पहले कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) ने गांजा बिक्री मामले में अमेजन (Amazon) को आरोपी बनाने वाले मध्य प्रदेश स्थित भिंड के एसपी मनोज कुमार सिंह के अचानक तबादले की निंदा की थी. कैट ने आरोप लगाया कि सरकार अमेजन के दबाव में काम कर रही है. अब जिले की कमान शैलेन्द्र सिंह चौहान को सौंपी गई है. CAIT ने तबादले पर कहा है कि ‘एक साल पहले ही मनोज कुमार सिंह ने भिंड के एसपी का कार्यभार संभाला था, ऐसे में इसे रूटीन ट्रांसफर नहीं कहा जा सकता है.’ CAIT ने मप्र सरकार पर अमेजन के दबाव का आरोप लगाया है. उनका दावा है कि दबाव के चलते अधिकारी का अचानक तबादला कर दिया गया है.

CAIT ने कहा था- ड्रग भंडाफोड़ के पीछे अधिकारी मनोज सिंह थे. वह इस मामले को बहुत ईमानदारी से संभाल रहे थे. जांच के बीच में ही उनका पीएचक्यू मुख्यालय में तबादला कर दिया गया है. CAIT के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीसी भरतिया और महासचिव प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि जांच के इतने महत्वपूर्ण समय में पुलिस अधिकारी का ट्रांसफर बहुत ही आश्चर्यजनक है. इससे ऐसा लगता है कि अधिकारी और उनकी टीम कुछ बड़ी कार्रवाई करने वाली थी. बयान में कहा गया है कि इस ट्रांसफर से दिख रहा है कि विदेशी दिग्गजों के दबाव में हमारा सिस्टम कैसे काम कर रहा है.

Tags: Amazon, Drugs case



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