उत्तराखंड

केजरीवाल सरकार का बड़ा ऐलान- अब दिल्ली के हर घर में पहुंचेगा RO का पानी, इन जगहों पर लगेंगे आरओ प्लांट

[ad_1]

नई दिल्ली. केजरीवाल सरकार (Kejriwal Government) अब दिल्लीवालों को आरओ का पानी (RO Water) भी घर-घर पहुंचाने जा रही है. दिल्ली सरकार राजधानी के कई इलाकों में रिवर्स ऑस्मोसिस संयंत्र स्थापित करने की योजना बना रही है. पहले इस योजना को उन क्षेत्रों में लागू किया जाएगा जहां भूजल का स्तर अधिक है, लेकिन खारेपन और टीडीएस के कारण उपयोग करने योग्य नहीं है. इस परियोजना के पहले चरण में ओखला, द्वारका, नीलोठी-नांगलोई, चिल्ला और नजफगढ़ को लक्षित किया गया है. दिल्ली सरकार ने इस परियोजना को एक वर्ष के भीतर पूरा करने का लक्ष्य भी रखा है. दिल्ली के जल मंत्री और दिल्ली जल बोर्ड (DJB) के अध्यक्ष सत्येंद्र जैन (Satyendra Jain) ने गुरुवार को अधिकारियों के साथ बैठक कर इस परियोजना की तैयारियों का जायजा लिया.

जैन ने कहा है कि साधारण आरओ सिस्टम में शुद्धिकरण प्रक्रिया के दौरान बहुत सारा पानी बर्बाद हो जाता है, लेकिन दिल्ली सरकार अत्याधुनिक तकनीक से बने आरओ संयंतत्रों का उपयोग करेगी, जिसकी जल रिकवरी दर 80 फीसदी होगी. पहले चरण में 363 मिलियन लीटर प्रति दिन (एमएलडी) की कुल क्षमता वाले आरओ संयंत्र चिन्हित स्थानों पर लगाए जाएंगे, जहां अधिशेष भूजल उपलब्ध है. इन आरओ प्लांटों में पानी की आपूर्ति जमीन से पानी निकालकर की जाएगी, जिसके बाद घरों में शुद्ध पानी पहुंचाया जाएगा. दिल्ली सरकार इन आरओ संयंत्रों को केवल उन क्षेत्रों में बनाएगी, जहां भूमिगत जल का स्तर अधिक उपलब्ध है. लेकिन, पानी की खराब गुणवत्ता के कारण उपयोग में नहीं लाया जा सकता. उदाहरण के लिए, नजफगढ़ क्षेत्र में पानी 2-3 मीटर की गहराई पर ही उपलब्ध है, लेकिन खारेपन की वजह से इस पानी का उपयोग नहीं किया जा सकता.

RO Water, Kejriwal Government, Satyendra Jain, DJB, water supply, केजरीवाल सरकार, दिल्लीवालों को मिलेगा आरओ का पानी, घर-घर पहुंचेगा आरओ का पानी, दिल्ली सरकार, रिवर्स ऑस्मोसिस संयंत्र, ओखला, द्वारका, नीलोठी-नांगलोई, चिल्ला, नजफगढ़, दिल्ली जल बोर्ड, सत्येंद्र जैन

दिल्ली के भूजल में 22 लाख मिलियन गैलन लीटर से अधिक खारा पानी है. (Image:shutterstock)

दिल्लीवालों को मिलेगा अब आरओ का पानी
केंद्रीय भूजल बोर्ड की रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली के भूजल में 22 लाख मिलियन गैलन लीटर से अधिक खारा पानी है. इस पानी को पीने योग्य बनाने के लिए इसे आरओ से ट्रीट करने की जरूरत है, जिसके बाद इसे घरों तक पहुंचाया जा सकेगा. इस परियोजनाओं को लागू करने के लिए स्थानों को रणनीतिक रूप से चुना गया है, ताकि मौजूदा प्रणाली का उपयोग किया जा सके और नई पाइपलाइन बिछाने की भारी लागत को बचाया जा सके. इस परियोजना को लागत प्रभावी बनाने के लिए दिल्ली सरकार एक नए मॉडल का पालन करेगी, जहां निजी निवेशक आरओ प्लांट की स्थापना में निवेश करेंगे और दिल्ली जल बोर्ड उनसे निर्धारित दर पर आरओ द्वारा साफ किया गया पानी खरीदेगा.

एक साल में घर-घर पहुंचेगा शुद्ध पानी
डीजेबी अधिकारियों द्वारा किए गए प्रारंभिक अध्ययनों के आधार पर इस परियोजना में लगने वाली लागत पारंपरिक आरओ से पानी को साफ करने की लागत के बराबर ही होगी. जल मंत्री ने अधिकारियों को कम से कम 80 फीसद जल रिकवरी दर मुहैया कराने वाले आरओ सिस्टम की सबसे उन्नत तकनीक को निर्धारित करने के निर्देश दिए. इस प्रक्रिया के दौरान निकले हुए कचरे को पर्यावरण के अनुसार निस्तारित किया जाएगा.

ओखला, द्वारका, नीलोठी- नांगलोई, चिल्ला और नजफगढ़ से 363 एमएलडी जल उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है.

ओखला, द्वारका, नीलोठी- नांगलोई, चिल्ला और नजफगढ़ से 363 एमएलडी जल उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है.

यहां पर बैठेगा सबसे पहले आरओ प्लांट
ओखला, द्वारका, नीलोठी- नांगलोई, चिल्ला और नजफगढ़ से 363 एमएलडी जल उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है. इस परियोजना को एक साल के भीतर पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. दिल्ली जल बोर्ड 5130 एमएलडी पानी की मांग के मुकाबले 4230 एमएलडी पानी की आपूर्ति कर रहा है. इस परियोजना से अतिरिक्त 363 एमएलडी पानी बढ़ेगा, जिससे राजधानी का 900 एमएलडी पानी का घाटा घटकर 540 एमएलडी हो जाएगा.

ये भी पढ़ें: दिल्ली में फिर मंडराने लगा पॉल्यूशन का खतरा? केंद्र ने की बैठक, केजरीवाल सरकार ने भी दिए तर्क

बता दें कि जल आपूर्ति बढ़ाने के लिए डीजेबी अन्य पहलुओं पर भी काम कर रहा है. जैसे- अत्याधुनिक कुएं बनाना, भूजल पुनर्भरण के माध्यम से झीलों की कायाकल्प करना, अमोनिया उपचार संयंत्र लगाना आदि. दिल्ली सरकार की यह सभी प्रयोजनाएं लोगों को 24×7 पानी मुहैया कराने के लक्ष्य को हासिल करने का एक हिस्सा है.

पढ़ें Hindi News ऑनलाइन और देखें Live TV News18 हिंदी की वेबसाइट पर. जानिए देश-विदेश और अपने प्रदेश, बॉलीवुड, खेल जगत, बिज़नेस से जुड़ी News in Hindi.

[ad_2]

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *