उत्तराखंड

बाबुल सुप्रियो के फेसबुक पर संन्‍यास की घोषणा से चिढ़े बीजेपी नेता, कहा- ये पार्टी लाइन के खिलाफ

[ad_1]

नई दिल्ली. पूर्व केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी नेता बाबुल सुप्रियो के संन्यास के ऐलान (Babul Supriyo quits politics) के बाद से राजनीतिक गलियारों में खलबली मच गई है. शनिवार को उन्होंने सोशल मीडिया वेबसाइट फेसबुक पर राजनीति छोड़ने का ऐलान किया था. लेकिन फेसबुक पर उन्होंने जिस तरह से लंबा-चौड़ा पोस्ट लिखा इससे बीजेपी के कुछ नेता खुश नहीं हैं. सूत्रों के मुताबिक बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व ने कहा है कि इस तरह सोशल मीडिया पर गुस्सा दिखाना पार्टी लाइन के खिलाफ है.

सूत्रों के मुताबिक संन्यास के ऐलान के बाद बीजेपी के कुछ नेताओं ने उनसे बातचीत भी है. साथ ही उनसे अनुरोध किया है कि वो संगठन के लिए काम करे. सुप्रियो ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट से इस बात के संकेत दिए हैं कि वो मंत्री पद से हटाए जाने के बाद नाराज थे. बता दें कि 50 साल के सुप्रियो ने साल 2014 से नरेंद्र मोदी सरकार में केन्द्रीय राज्य मंत्री के रूप में कई विभागों को संभाला था. लेकिन पिछले महीने मंत्रिमंडल में फेरबदल के दौरान उन्हें हटा दिया गया.

जा रहा हूं…
सुप्रियो ने एक फेसबुक पोस्ट में लिखा, ‘जा रहा हूं अलविदा. अपने माता-पिता, पत्नी, दोस्तों से बात की और उनकी सलाह सुनने के बाद मैं कह रहा हूं कि मैं जा रहा हूं. मैं किसी अन्य पार्टी में नहीं जा रहा हूं – तृणमूल कांग्रेस, कांग्रेस, माकपा, कहीं नहीं. मैं पुष्टि कर रहा हूं कि किसी ने मुझे फोन नहीं किया है. मैं कहीं नहीं जा रहा हूं. मैं एक टीम का खिलाड़ी हूं! हमेशा एक टीम मोहन बागान का समर्थन किया है – केवल एक पार्टी के साथ रहा हूं – भाजपा पश्चिम बंगाल। बस !! जा रहा हूं.’

ये भी पढ़ें:- महाराष्ट्र: ‘फ्री बिरयानी’ मंगवाते DCP का ऑडियो वायरल, गृह मंत्री ने दिए जांच के आदेश

क्या नाराज़ थे सुप्रियो?
आसनसोल से दो बार के सांसद रहे सुप्रियो उन कई मंत्रियों में शामिल हैं, जिन्हें सात जुलाई को एक बड़े फेरबदल के तहत केंद्रीय मंत्रिपरिषद् से हटा दिया गया था. पिछले विधानसभा चुनाव में उन्होंने तृणमूल कांग्रेस के अरूप बिस्वास के खिलाफ विधानसभा चुनाव लड़ा और उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. किसी का नाम लिए बगैर सुप्रियो ने कहा कि राज्य नेतृत्व के साथ मतभेद से भी मामलों में कोई मदद नहीं मिल रही है और पार्टी के स्तर पर गलत संदेश जा रहा है। उन्होंने कहा, ‘चुनावों से पहले, कुछ मुद्दों पर राज्य नेतृत्व के साथ असहमति थी – लेकिन कुछ मामले सार्वजनिक रूप से सामने आ रहे थे. कहीं मैं इसके लिए जिम्मेदार हूं और कहीं और अन्य नेता भी बहुत ज्यादा जिम्मेदार हैं, हालांकि मैं इसकी गहराई में नहीं जाना चाहता कि इसके लिए कौन जिम्मेदार है.’

बंगाल में BJP आगे जाएगी
सुप्रियो ने लिखा, ‘लेकिन पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के बीच उन असहमति और झगड़ों के कारण जमीन खो रही थी. हमें यह समझने के लिए ‘रॉकेट साइंस’ के ज्ञान की आवश्यकता नहीं है कि यह किसी भी तरह से पार्टी कार्यकर्ताओं के मनोबल की मदद नहीं कर रहा है. हालांकि अभी यह पूरी तरह से अवांछित है, इसलिए मैं आसनसोल के लोगों के प्रति अपार कृतज्ञता और प्रेम के साथ जा रहा हूं. आज भाजपा बंगाल में मुख्य विपक्षी दल है. पार्टी में आज कई नए होनहार युवा नेताओं के साथ-साथ कई अनुभवी नेता भी हैं. उनके नेतृत्व वाली टीम यहां से काफी आगे जाएगी. मुझे ये कहने में कोई हिचक नहीं है कि आज पार्टी में किसी व्यक्ति का होना कोई बड़ी बात नहीं है और इस तथ्य को स्वीकार करना ही सही फैसला होगा.’

पढ़ें Hindi News ऑनलाइन और देखें Live TV News18 हिंदी की वेबसाइट पर. जानिए देश-विदेश और अपने प्रदेश, बॉलीवुड, खेल जगत, बिज़नेस से जुड़ी News in Hindi.

[ad_2]

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *