उत्तराखंड

केंद्र ने कोविड मरीजों को अस्पताल से छुट्टी देने की नीति में किया बड़ा बदलाव, जानें खास बातें

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नई दिल्ली. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय (Health Ministry) ने बुधवार को देश में कोरोना वायरस के मामलों की स्थिति की जानकारी देते हुए कहा कि देश में कोरोना के मामलों (Covid-19 Cases in India) में तेजी आई है. साथ ही मंत्रालय ने कहा कि यूरोप में भी पिछले 2 हफ्तों में मामले दोगुने हो गए हैं. इसके साथ ही स्वास्थ्य मंत्रालय ने साप्ताहिक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कोविड मरीजों को डिस्चार्ज करने की नई नीति की भी जानकारी दी. इसके मुताबिक हल्के लक्षण वाले मरीजों को टेस्ट किए बिना एक हफ्ते बाद अस्पताल से छुट्टी दी जा सकती है. साथ ही मंत्रालय ने ओमिक्रॉन से लड़ाई के लिए सभी को उचित कदम उठाने की भी सलाह दी.

वही नीति आयोग के सदस्य डॉ वी.के. पॉल ने कहा कि ओमिक्रॉन (Omicron) एक सामान्य जुकाम नहीं है, इसे हराना हमारी ज़िम्मेदारी है. मास्क लगाइए और जिन्होंने भी वैक्सीन नहीं ली है वे वैक्सीन ले लें, वैक्सीन मददगार है. वैक्सीनेशन ही कोविड-19 की प्रतिक्रिया का महत्वपूर्ण स्तंभ है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि डब्ल्यूएचओ के मुताबिक ओमिक्रॉन के केस डेल्टा की तुलना में तेजी से बढ़ रहे हैं. पढ़ें स्वास्थ्य मंत्रालय की प्रेस कॉन्फ्रेंस की खास बातें…

भारत में कोविड-19 मामले तेज़ी से बढ़े हैं. 159 देशों में मामले बढ़ रहे हैं. यूरोप के 8 देशों में पिछले 2 सप्ताह में 2 गुना से अधिक वृद्धि दर्ज़ की गई है. देश में सक्रिय मामलों की संख्या 9,55,319 के करीब है: स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल

30 दिसंबर को पॉज़िटिविटी रेट 1.1% था, वो बढ़कर 11.05% हो गया है. महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, दिल्ली, तमिलनाडु, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, केरल और गुजरात से आ रहे कोविड-19 के आंकड़े चिंता का विषय हैं. ओमिक्रॉन से भारत में एक और विश्व में 115 मौतें हुई हैं: लव अग्रवाल, संयुक्त सचिव, स्वास्थ्य मंत्रालय

महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, दिल्ली, तमिलनाडु, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, केरल और गुजरात में तेजी से बढ़ रहे मामले चिंता का सबब बने हुए हैं: लव अग्रवाल, संयुक्त सचिव, स्वास्थ्य मंत्रालय

लव अग्रवाल ने कहा डब्ल्यूएचओ के मुताबिक ओमिक्रॉन वेरिएंट डेल्टा से कहीं अधिक तेजी से फैल रहा है. हालांकि दक्षिण अफ्रीका, डेनमार्क, कनाडा, यूके आदि का डाटा देखने पर पता चलता है कि इसके चलते अस्पताल में भर्ती होने का खतरा अधिक नहीं है.

संयुक्त सचिव ने बताया कि कोविड स्थिति पर प्रधानमंत्री द्वारा समीक्षा बैठक के बाद, हमने हल्के और मध्यम मामलों को गंभीरता के आधार पर अपनी डिस्चार्ज नीति को संशोधित किया है.

नई नीति के मुताबिक हल्के लक्षण वाले और लगातार तीन दिनों तक गैर आपातकालीन स्थिति वाले मामलों में संक्रमित पाए जाने के 7 दिन बाद मरीज को डिस्चार्ज किया जा सकता है और डिस्चार्ज से पहले टेस्ट की आवश्यकता नहीं है.

मध्यम मामलों में अगर लक्षणों का समाधान हो और मरीज का ऑक्सीजन लेवल बिना ऑक्सीजन मास्क के लगातार तीन दिनों तक 93 फीसदी बना रहे तो ऐसे में मरीज को अस्पताल से छुट्टी दी जा सकती है.

वहीं नीति आयोग के सदस्य डॉ वीके पॉल ने कहा, ओमिक्रॉन सामान्य सर्दी नहीं है, इसे कम करना हमारी जिम्मेदारी है. आइए मास्क पहनें और टीका लगवाएं. यह सच है कि वैक्सीन एक हद तक मददगार होती है. टीकाकरण हमारी कोविड प्रतिक्रिया का महत्वपूर्ण स्तंभ है.

दवा के उपयोग के लिए एक तर्कसंगत दृष्टिकोण होना चाहिए. हम दवाओं के ज्यादा और गलत इस्तेमाल के बारे में चिंतित है. इसका ज्यादा इस्तेमाल न करें, इसके दुष्परिणाम हो सकते हैं. गर्म पानी पिएं, घरेलू देखभाल में गरारे करें: नीति आयोग सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ वीके पॉल

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