उत्तराखंड

EXCLUSIVE: ‘सिद्धू के लिए मुझे दरकिनार करना कांग्रेस को पड़ेगा भारी’, कैप्टन अमरिंदर सिंह बोले- राहुल-प्रियंका के आगे सोनिया गांधी बेबस

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पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह  (Captain Amarinder Singh) ने अपने ऊपर हुए व्यक्तिगत हमलों को लेकर कांग्रेस (Congress) नेतृत्व को चेतावनी दी है. कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि सत्ता के लिए उन्हें दरकिनार करते हुए नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) पर भरोसा करना कांग्रेस को महंगा पड़ेगा. वहीं पाकिस्तानी पत्रकार अरूसा आलम के साथ उनकी दोस्ती को लेकर सवाल उठाए जाने पर उन्होंने कांग्रेस को आड़े हाथों लिया है. कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह ने जल्द ही नई पार्टी बनाने का ऐलान किया है.

News18 इंडिया से खास बातचीत में कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि चरणजीत सिंह चन्नी (Charanjit Singh Channi) ही थे जिन्होंने मेरी पीठ में छुरा घोंपा है मेरे साथ विश्वासघात किया. हालांकि फिर भी में उन्हें अपना उत्तराधिकारी, पंजाब का पहला दलित सीएम और सक्षम व्यक्ति मानता हूं. पंजाब में जल्द ही विधानसभा चुनाव होने वाले हैं इससे पहले पाटियाला राजघराने के कैप्टन अमरिंदर सिंह ने दावा किया है कि राज्य में होने वाले असेंबली इलेक्शन में कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो जाएगा और फिर अगला नंबर राजस्थान का होगा. राहुल गांधी (Rahul Gandhi) और प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Wadra) पर हमला बोलते हुए कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि मैं सोचता हूं कि सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) मेरे बारे में सबकुछ जानती हैं. लेकिन अब वे कुछ कहना नहीं चाहती हैं क्योंकि उनके बच्चे इस शो को चला रहे हैं. मुझे छोड़कर नवजोत सिंह सिद्धू को चुनने के फैसले पर कांग्रेस को पछताना पड़ेगा.

‘सिद्धू शुरू से झगड़ालू’

नवजोत सिंह सिद्धू के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए अमरिंदर सिंह ने कहा कि, क्रिकेट के जमाने से ही सिद्धू पर सवाल उठते रहे हैं. 1996 में भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन से मतभेद के चलते सिद्धू इंग्लैंड के दौरे से बाहर कर दिए गए थे. सिद्धू ने अजहरुद्दीन के साथ लड़ाई की और बैटिंग छोड़ दी. मैं सिद्धू को तब से जानता हूं जब वह लड़का था.

कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि जब नवजोत सिंह सिद्धू बीजेपी में थे तब भी उन्होंने कैबिनेट में हावी होने की कोशिश की थी. अरुण जेटली ने सिद्धू को आगे बढ़ाया लेकिन सिद्धू ने उनका ही विरोध किया. वह कैबिनेट में जगह चाहता था. सिद्धू ने कभी अपने मंत्रालय में काम नहीं किया. उनके मंत्रालय में फाइले 7 महीनों तक पड़ी रहती थीं.

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‘पाकिस्तानी पत्रकार अरूसा आलम मेरी दोस्त’

पाकिस्तान की महिला पत्रकार अरूसा आलम के पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के साथ संबंधों को लेकर चन्नी सरकार ने जांच के आदेश दिए हैं. इस फैसले की आलोचना करते हुए कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि अकाली दल ने भी उनके खिलाफ कभी व्यक्तिगत हमले नहीं किए हैं. कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि रक्षा और विदेशी मामलों को लेकर अरूसा और मेरे विचार काफी मिलते-जुलते हैं. भारत में भी कई महिला पत्रकार मेरी मित्र हैं और अरूसा भी इस तरह मेरी दोस्त है. अगर मुझे वीजा मिलता है तो मैं अरूसा के बेटे की शादी में शामिल होने के लिए जाऊंगा. मेरी पाकिस्तान के लोगों के साथ कोई लड़ाई नहीं है मेरी लड़ाई सिर्फ वहां की सरकार और सेना से है.

‘बीजेपी, अकाली गुटों के साथ मिलकर बनाएंगे सरकार’

कांग्रेस से अलग होने के बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह ने जल्द ही नई पार्टी बनाने की घोषणा की है और कहा है कि बीजेपी व अकाली दल गुटों के साथ मिलकर पंजाब में वे अगली सरकार बनाएंगे. वहीं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को कहा कि पंजाब में विधानसभा चुनाव गठबंधन को लेकर अमरिंदर सिंह और शिरोमणि अकाली दल के पूर्व नेता सुखदेव ढींढसा से बीजेपी की बात चल रही है. हिंदुस्तान टाइम्स के समिट में बोलते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने इस बात से इनकार कर दिया है कि किसानों के प्रदर्शन के चलते पंजाब और उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनावों में पार्टी को कोई नुकसान होगा. तीनों कृषि कानूनों की वापसी कैप्टन अमरिंदर सिंह और बीजेपी के बीच गठबंधन की मुख्य शर्त थी.

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि हम कैप्टन अमरिंदर सिंह साहब और सुखदेव सिंह ढींढसा साहब से बात कर रहे हैं. इस बात की संभावना है कि हम दोनों के साथ गठबंधन करेंगे.

Tags: All India Congress Committee, Amit shah, Amrinder singh, Navjot singh siddhu



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