उत्तराखंड

एक्सपर्ट का दावा- देश में 90% ज्यादा हैं संक्रमण के केस, हर किसी को चपेट में लेगा ओमिक्रॉन

[ad_1]

नई दिल्ली. देश में कोरोनावायरस (Coronavirus) के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. एक्सपर्ट्स का मानना है कि तेजी से फैल रहे ओमिक्रॉन वेरिएंट (Omicron Variant) को रोकना बेहद मुश्किल है और यह लगभग हर किसी को संक्रमित कर सकता है. एनडीटीवी से बातचीत में सरकार के एक शीर्ष एक्सपर्ट ने दावा किया कि दर्ज किए जा रहे संक्रमण के केस सच के करीब नहीं हैं और ओमिक्रॉन संक्रमण के मामले करीब 90 गुना ज्यादा हो सकते हैं.

महामारी विज्ञानी और भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद में राष्ट्रीय महामारी विज्ञान संस्थान की वैज्ञानिक सलाहकार समिति के अध्यक्ष डॉ. जयप्रकाश मुलियिल ने कहा कि कोविड अब खतरनाक बीमारी नहीं रह गया है क्योंकि इसका नया वेरिएंट हल्का है और इसके चलते अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत नहीं पड़ रही है. उन्होंने कहा कि इस बीमारी से हम निपट सकते हैं क्योंकि हम कई अलग तरह के वायरस से निपट ही रहे हैं. उन्होंने कहा कि ये डेल्टा से हल्का है और जैसा कि आप सभी जानते हैं कि प्रायोगिक तौर पर इसे रोकना असंभव है. उन्होंने कहा कि ओमिक्रॉन खुद को सिर्फ जुखाम के तौर पर पेश करता है.

80 फीसदी लोगों को नहीं मिलती संक्रमण की जानकारी
मुलियिल ने कहा कि हमसे से अधिकतर लोगों को या यूं कहें कि 80 फीसदी लोगों को संक्रमित होने के बाद पता नहीं चलता है. यह पूछे जाने पर कि ओमिक्रॉन मामलों की असली स्थिति पर एक्सपर्ट्स को ज्यादा टेस्ट किए बिना कैसे जानकारी मिल सकेगी मुलियिल ने कहा कि हमें इसके साथ जीना सीखना होगा. उन्होंने कहा यहां तक कि पिछले साल डेल्टा के चलते आई दूसरी लहर के दौरान आए मामलों की वास्तविक संख्या जानने के लिए हमेशा दर्ज किए गए मामलों की संख्या को लगभग 30 से गुणा करने पर सही आंकड़े मिलते हैं. क्योंकि बिना लक्षण वाले मामलों में संक्रमण की जानकारी ही नहीं मिलती है.

बता दें देश में पिछले 24 घंटे में 1 लाख 68 हजार 063 नए केस दर्ज किए गए हैं. देश में एक्टिव मामलों की संख्या 8 लाख 21 हजार 446 पहुंच गई है. वहीं ओमिक्रॉन वेरिएंट के कुल मामले 4461 हो गए हैं. भारत में बीते एक दिन में कोविड संबंधी जटिलताओं से 277 मौतें हुई हैं जिसके बाद कुल मौतों का आंकड़ा 4 लाख 84 हजार 213 पहुंच गया है.

Tags: Coronavirus, Omicron

[ad_2]

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *