उत्तराखंड

Goa Elections 2022: नतीजों से पहले कांग्रेस ने गोवा में लिया यू टर्न, AAP और TMC के साथ भी गठबंधन के लिए तैयार

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पणजी. गोवा विधानसभा चुनाव (Goa Assembly Elections) के नतीजों के बाद कांग्रेस (Congress) राज्य में गठबंधन की संभावनाएं तलाश रही है. पार्टी ने ‘भाजपा विरोधी दलों’ के साथ आने का ऐलान किया है. खास बात है कि कांग्रेस राज्य में आम आदमी पार्टी (AAP) और तृणमूल कांग्रेस (TMC) के साथ भी गठबंधन के लिए तैयार है. जबकि, इससे पहले कांग्रेस ने दोनों पार्टियों पर भारतीय जनता पार्टी के इशारों पर काम करने के आरोप लगाए थे. पांच राज्यों- पंजाब, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में मतदान पूरा होने के बाद 10 मार्च को मतगना की जाएगी.

इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के गोवा डेस्क इंचार्ज दिनेश गुंडू राव ने सोमवार को कहा, ‘जो भी पार्टी भाजपा के खिलाफ है, हम उनसे बात करेंगे और हम उनके साथ आने के लिए तैयार हैं. मैं अभी किसी खास पार्टी के बारे में बात नहीं कर रहा हूं. कोई भी पार्टी जो भाजपा को समर्थन नहीं देना चाहती, हम उन्हें जगह देने तैयार हैं.’

उन्होंने कहा, ‘चुनाव के दौरान हमारे खिलाफ आप और टीएमसी की तरफ से और हमारी तरफ से उनके खिलाफ कई आरोप लगाए गए. वह चुनाव के दौरान था, लेकिन अब नतीजों के बाद यह उन पार्टियों पर निर्भर करता है कि वे क्या चाहती हैं. हमारे लिए, हम उन पार्टियों के साथ काम करना चाहते हैं, जो भाजपा का समर्थन नहीं करती.’ रविवार को एक न्यूज चैनल से बातचीत के दौरान राव ने आप और टीएमसी पर चर्चा की. उन्होंने कहा, ‘एक बात तो पूरी तरह साफ है… अपने अभियान के मामले में वे भाजपा विरोधी है. इसलिए हमें देखना होगा कि वे क्या करते हैं.’

राव ने कहा कि महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी, कांग्रेस के संपर्क में है. एमजीपी ने टीएमसी के साथ मिलकर चुनाव लड़ा है. खास बात है कि टीएमसी सांसद और पार्टी की गोवा प्रभारी महुआ मोइत्रा ने ट्वीट के जरिए गोवा में भाजपा से मुकाबला करने के लिए सभी पार्टियों को साथ आने का आह्वान किया था. हालांकि, उस दौरान कांग्रेस और आप ने कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई थी.

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राव ने कहा, ‘जो 2017 में, इस बार नहीं होगा. हम साथ हैं और तैयार हैं. इस बार, कांग्रेस सरकार बनाएगी और कुछ होने की संभावना नहीं है. कोई देरी नहीं होगी, जैसे ही नतीजे आएंगे हम दावा पेश करेंगे और संविधान के अनुसार, राज्यपाल को नियम मानने होंगे. मुझे इस बार कुछ गलत होने का कोई भी कारण नजर नहीं आता.’ साल 2017 में 40 सदस्यीय गोवा विधानसभा में 17 सीटें जीतने के बाद कांग्रेस असफल हो गई थी. जबकि, 13 सीटें जीतने वाली भाजपा ने एमजीपी, गोवा फॉरवर्ड पार्टी और निर्दलीय विधायकों के साथ गठबंधन की सरकार बनाई थी.

राव और पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम रविवार को गोवा पहुंचे. वहीं, इससे पहले गोवा कांग्रेस के प्रमुख गिरीश चूड़ांकर और सीएलपी नेता दिगंबर कामत AICC महासचिव केसी वेणुगोपाल से मुलाकात के लिए दिल्ली पहुंचे थे. इसके अलावा भाजपा से कांग्रेस में आए पूर्व मंत्री माइकल लोबो ने भी बीते हफ्ते दिल्ली में वेणुगोपाल से मुलाकात की थी.

चूड़ांकर ने कहा कि इस संदेह के साथ कि भाजपा खेल बिगाड़ने के काम कर सकती है और नतीजों के बाद हेरफेर का सहारा ले सकती है, कांग्रेस ‘सावधानी’ बरत रही है. उन्होंने कहा, ‘हम हर मोर्चे पर तैयार हैं. वे जिस भी तरीके से हेरफेर कर सकते हैं, हमारे पास उसका जवाब है.’

साल 2017 से 2019 के बीच कांग्रेस के तीन विधायक भाजपा में शामिल हो गए थे. पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के निधन के बाद मार्च 2019 में हुए पणजी उपचुनाव में कांग्रेस को जीत मिली थी. लेकिन, कुछ महीनों बाद ही कांग्रेस को तब बड़ा झटका लगा था, जब पार्टी के 15 विधायक भाजपा में शामिल हो गए थे. ऐसे में बीते महीने 2017 में 17 विधायकों के जीतने के बाद भी कांग्रेस के पास केवल एक विधायक बचा है. दो पूर्व मुख्यमंत्रियों लुइजिन्हो फलेरियो और रवि नायक ने टीएमसी और भाजपा में शामिल होने के लिए कांग्रेस से नाता तोड़ लिया है.

Tags: Assembly elections, Congress, Goa Elections

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