उत्तराखंड

ICMR का सुझाव- सेकेंडरी के बजाय पहले प्राइमरी स्कूलों को खोलें, जानें कारण

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नई दिल्ली. देश भर में कोरोना वायरस के मामलों में आई कमी के बाद स्कूलों को खोले जाने के फैसले को लेकर केंद्र ने कहा कि पहले प्राथमिक स्कूलों को खोला जाना चाहिए. आईसीएमआर के निदेशक डॉ बलराम भार्गव ने कहा कि एक बार जब भारत स्कूलों को खोलने पर विचार कर रहा है तो तो माध्यमिक विद्यालय खोलने से पहले प्राथमिक विद्यालय खोलना बुद्धिमानी होगी. उन्होंने कहा कि स्कूल बस चालक, शिक्षक और स्कूल के अन्य कर्मचारियों और सभी सहायक कर्मचारियों का टीकाकरण किए जाने की आवश्यकता है.

भार्गव ने कहा कि हम स्पष्ट रूप से जानते हैं कि बच्चे वयस्कों की तुलना में वायरल संक्रमण को बेहतर तरीके से संभाल सकते हैं. उन्होंने कहा कि वयस्कों की तरह बच्चों में भी एंटीबॉडी एक्सपोजर समान है. कुछ स्कैंडिनेवियाई देशों ने अपने प्राथमिक स्कूलों को कोविड की किसी भी लहर के दौरान बंद नहीं किया.

भार्गव ने कहा कि राष्ट्रीय सीरो सर्वे का चौथा चरण जून-जुलाई में 21 राज्यों के 70 ज़िलों में आयोजित किया गया. इसमें 6-17 वर्ष की आयु के बच्चे शामिल थे. महत्वपूर्ण बात यह है कि एक तिहाई आबादी, 40 करोड़ आबादी में एंटीबॉडी नहीं है.

भार्गव ने सुझाव दिया कि सामाजिक, सार्वजनिक, धार्मिक और राजनीतिक सभाओं से बचना चाहिए, गैर-जरूरी यात्रा को हतोत्साहित किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि पूरी तरह से टीकाकरण होने पर ही यात्रा करें. आईसीएमआर निदेशक ने कहा कि हमें जल्द से जल्द सभी स्वास्थ्य कर्मियों का पूर्ण टीकाकरण सुनिश्चित करने की जरूरत है और इसके साथ ही कमजोर समूहों में टीकाकरण में तेजी लाने की जरूरत है.

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