उत्तराखंड

Assembly Elections: UP में CM योगी के पास 37 साल का तिलिस्‍म तोड़ने की चुनौती, पंजाब में गर्म सियासत

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नई दिल्‍ली. चुनाव आयोग (Election Commission) ने इस साल पांच राज्‍यों में होने वाले विधानसभा चुनावों (Assembly Elections 2022) की तारीखा का ऐलान शनिवार को कर दिया है. 10 फरवरी से लेकर 7 मार्च तक पांच राज्‍यों उत्‍तर प्रदेश, पंजाब, गोवा, मणिपुर और उत्‍तराखंड में विधानसभा चुनाव होंगे. यूपी में सात चरणों में तो पंजाब, उत्‍तराखंड और गोवा में एक-एक चरण में 14 फरवरी को चुनाव होने हैं. मणिपुर में 27 फरवरी और 3 मार्च को चुनाव होंगे. 10 मार्च को सभी नतीजे घोषित किए जाएंगे. इन चुनावों में बीजेपी, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और समाजवादी पार्टी पर सभी नजरें रहेंगी.

उत्‍तर प्रदेश (UP Election 2022) में 10 फरवरी, 14 फरवरी, 20 फरवरी, 23 फरवरी, 27 फरवरी, 3 मार्च और 7 मार्च को सात चरणों में मतदान होगा. बीजेपी ने 2014 और 2019 में लोकसभा चुनावों के साथ ही 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में उत्‍तर प्रदेश में काफी बेहतर प्रदर्शन किया था. इस बार ये चुनाव बीजेपी के लिए काफी अहम है. इस बार अगर मुख्‍यमंत्री योगी आद‍ित्‍यनाथ (Yogi Adityanath) बीजेपी को वापस सत्‍ता में ले आते हैं और खुद मुख्‍यमंत्री बनते हैं तो वह पिछले 37 साल का तिलिस्‍म तोड़ेंगे. दरअसल उत्‍तर प्रदेश में 1985 के बाद हुए चुनावों के बाद कोई भी मुख्‍यमंत्री लगातार दोबारा सत्‍ता पर काबिज नहीं हो पाया है. मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ के लिए ये निजी चुनौती के रूप में भी है.

वहीं उत्‍तर प्रदेश में कांग्रेस भी अपनी सीटें बढ़ाने और पार्टी के अंदर व बाहर नेतृत्‍व को लेकर चल रही जंग की चुनौती पर भी अच्‍छा प्रदर्शन करके विजय प्राप्‍त कर सकती है. सपा के अखिलेश यादव और मायावती के दल बसपा को अगर सीएम योगी मात दे देते हैं तो इससे बीजेपी में उनकी अहमियत और बढ़ सकती है.

आम आदमी पार्टी और तृणमूल कांग्रेस भी दिल्‍ली व पश्चिम बंगाल से बाहर पैर पसारने की जुगत में लगे हैं. वहीं पंजाब में इस बार का चुनाव काफी चुनौती भरा रहने वाला है. कांग्रेस अभी सत्‍ता में है. कैप्‍टन अमरिंदर सिंह के पार्टी से इस्‍तीफा देने से लेकर अब तक राज्‍य में कांग्रेस के अंदर कलह देखने को मिलती रही है. कृषि कानूनों की वापसी के बाद भी राज्‍य के किसान बीजेपी से नाखुश नजर आ रहे हैं. वहीं राज्‍य में लगातार आप और कांग्रेस में आरोप प्रत्‍यारोप देखने को मिल रहे हैं. अमरिंदर सिंह बीजेपी के साथ हैं. ऐसे में पंजाब में चुनावी जंग काफी दिचस्‍प दिख रही है.

करीब महीने भर के चुनावी कार्यक्रम की घोषणा में चुनाव आयोग ने कोविड-19 संक्रमण के बढ़ते मामले और इसके नए वेरिएंट ओमिक्रॉन को देखते हुए डिजिटल माध्यमों से चुनाव प्रचार पर जोर दिया और साथ ही यह भी बताया कि सुरक्षा के मद्देनजर कोई भी राजनीतिक दल या उम्मीदवार किसी भी तरह की रैली या जनसभा, रोड शो, पद यात्रा या साइकिल या बाइक रैली या फिर नुक्कड़ सभाओं जैसे आयोजन 15 जनवरी तक नहीं कर सकेगा.

इन चुनावों का बहुत राजनीतिक महत्व भी है क्योंकि जिन पांच राज्यों में चुनाव होने हैं उनमें से सिर्फ पंजाब को छोड़कर चार राज्यों में भारतीय जनता पार्टी का शासन है. बीजेपी ने इस बार कांग्रेस शासित पंजाब में भी जीत के लिए एड़ी चोटी को जोर लगा रखा है जबकि आम आदमी पार्टी भी वहां एक प्रमुख प्रतिद्वंद्वी के रूप में उभर रही है.

नए साल के शुरुआती महीनों में होने वाले इन विधानसभा चुनावों के दौरान सभी पांच राज्यों की कुल 690 विधानसभा सीटों पर मतदान होंगा, जिसमें 18.34 करोड़ से अधिक लोग भागीदारी कर सकेंगे. इन 18.34 करोड़ मतदाताओं में से 8.55 करोड़ मतदाता महिला हैं. इसके लिए निर्वाचन आयोग द्वारा 2,15,368 मतदान केंद्र बनाए जाएंगे. कुल 690 निर्वाचन क्षेत्रों में से 133 सीटें अनुसूचित जातियों और 23 अनुसूचित जनजातियों के लिए आरक्षित हैं.

Tags: 2022 Assembly Elections, Assembly Elections 2022, Punjab, UP Election 2022, Yogi adityanath

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