तमिलनाडु के सीरो सर्वे में 66 फीसदी आबादी में कोविड-19 एंटीबॉडी, 33% से अधिक पर अब भी संक्रमण का खतरा
[ad_1]
चेन्नई. तमिलनाडु में जुलाई में तीसरे क्रॉस सेक्शनल सीरो सर्वेक्षण में 26 हजार से अधिक लिए गए नमूनों से पता चलता है कि कम से कम 66.2 फीसदी आबादी में सार्स-कोव-2 के प्रति रोग प्रतिरोधी क्षमता विकसित हो गई है. इसी वायरस के कारण कोविड-19 होता है. 26,610 नमूनों में से 17,624 में सार्स-कोव-2 के खिलाफ आईजीजी (इम्यूनोग्लोबुलिन जी) प्रतिरोधी क्षमता विकसित हुई है.
कुल सीरो प्रबलता जहां 66.2 फीसदी रही, वहीं सर्वाधिक सीरो पॉजिटिविटी विरूधुनगर जिले में 84 फीसदी थी, जबकि पश्चिम तमिलनाडु के इरोड में सबसे कम 37 फीसदी रही. राज्य के 888 क्लस्टर में जन स्वास्थ्य एवं एहतियाती चिकित्सा निदेशालय की तरफ से कराए गए सीरोसर्वेक्षण में यह जानकारी सामने आई.
देश में केरल से आएगी कोरोना की तीसरी लहर? लगातार 5वें दिन आए 20 हजार नए केस
इसे शनिवार को यहां राज्य के चिकित्सा एवं परिवार कल्याण मंत्री मा सुब्रमण्यन ने प्रधान स्वास्थ्य सचिव डॉ. जे. राधाकृष्णन और जन स्वास्थ्य एवं एहतियाती चिकित्सा निदेशक डॉ. टी. एस. सेल्वाविनयांगम की मौजूदगी में जारी किया. पहले कराए गए सीरो सर्वेक्षण में अक्टूबर/नवंबर 2020 में सीरो पॉजिटिविटी 31 फीसदी थी, जबकि अप्रैल 2021 में दूसरे सर्वेक्षण में यह 29 फीसदी थी.
इसने कहा कि तीसरे सर्वेक्षण में 66.2 फीसदी सीरो पॉजिटिविटी सामने आने के कई कारण हो सकते हैं जिनमें तमिलनाडु में कोविड-19 की दूसरी लहर के कम होने के दौरान इसका कराया जाना भी एक कारण हो सकता है.
पढ़ें Hindi News ऑनलाइन और देखें Live TV News18 हिंदी की वेबसाइट पर. जानिए देश-विदेश और अपने प्रदेश, बॉलीवुड, खेल जगत, बिज़नेस से जुड़ी News in Hindi.
[ad_2]
Source link