BRICS बैठक में भारत का पाकिस्तान पर निशाना, बिना नाम लिए कहा- आतंकियों को पालता है PAK
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नई दिल्ली. भारत ने ब्रिक्स देशों के शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों की डिजिटल माध्यम से हुई बैठक में परोक्ष रूप से पाकिस्तान पर सीमा पार आतंकवाद और जैश-ए-मोहम्मद व लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकी समूहों को पनाह देने के लिए निशाना साधा. विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को इस बात की जानकारी दी. मंत्रालय ने कहा, ‘भारत ने सीमा पार आतंकवाद और लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे समूहों की गतिविधियों का मुद्दा उठाया, जिन्हें राज्य का समर्थन हासिल है और शांति व सुरक्षा को खतरा है.’
इसके साथ ही ब्रिक्स देशों की बैठक में अफगानिस्तान के हालात की भी समीक्षा की गई. भारत ने कहा, ‘बैठक में अफगानिस्तान, ईरान, पश्चिम एशिया और खाड़ी में वर्तमान विकास और साइबर सुरक्षा जैसे राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए उभरते खतरों के संदर्भ में क्षेत्रीय और वैश्विक राजनीतिक और सुरक्षा परिदृश्य की समीक्षा की गई.’ विदेश मंत्रालय ने आगे कहा, ‘राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए जिम्मेदार उच्च प्रतिनिधियों की बैठकें ब्रिक्स देशों के बीच राजनीतिक और सुरक्षा मुद्दों पर विचारों के आदान-प्रदान के लिए एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में उभरी हैं.’
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विदेश मंत्रालय ने बताया कि साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में, सूचनाओं के आदान-प्रदान और सर्वोत्तम प्रथाओं के आदान-प्रदान, साइबर अपराधों का मुकाबला करने और क्षमता निर्माण द्वारा सहयोग बढ़ाने के संयुक्त प्रयासों को मजबूत करने पर ब्रिक्स देशों के बीच सहमति बनी. भारत ने इससे पहले अगस्त 2021 में डिजिटल फोरेंसिक पर ब्रिक्स कार्यशाला की मेजबानी की थी.
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ब्रिक्स बैठक में आतंकवाद के खिलाफ भी एक योजना को मंजूरी दी गई. मंत्रालय ने कहा, ‘उच्च प्रतिनिधियों ने ब्रिक्स शिखर सम्मेलन द्वारा विचार के लिए ब्रिक्स काउंटर टेररिज्म एक्शन प्लान को अपनाया और सिफारिश की. कार्य योजना का उद्देश्य आतंकवाद के वित्तपोषण और उससे मुकाबला जैसे क्षेत्रों में सहयोग के मौजूदा तंत्र को और मजबूत करना है.’
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भारत की ओर से राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल इस बैठक में शामिल हुए थे. बैठक में रूसी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जनरल पेत्रुशेव, चीनी पोलित ब्यूरो के सदस्य यांग जेइची, ब्राजील के सुरक्षा अधिकारी जनरल ऑगस्टो हेलेना रिबेरो परेरा और दक्षिण अफ्रीका के उप राज्य सुरक्षा मंत्री नसेडिसो गुडएनफ कोडवा ने भी भाग लिया. अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के एक सप्ताह बाद यह बैठक हुई है.
ब्रिक्स (ब्राजील-रूस-भारत-चीन-दक्षिण अफ्रीका) दुनिया के पांच सबसे बड़े विकासशील देशों का संगठन है. इन देशों में दुनिया की 41 प्रतिशत आबादी रहती है. वैश्विक जीडीपी में इन देशों का 24 फीसदी और वैश्विक व्यापार में 16 फीसदी हिस्सा है. भारत आतंकवाद, उग्रवाद और कट्टरपंथ से निपटने में ब्रिक्स सदस्य देशों के बीच गहरे सहयोग पर दृढ़ता से जोर देता रहा है.
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