ISIS आतंकी साहित्य कनेक्शन: कश्मीर में NIA के छापे, लखनऊ से लेकर कई देशों तक जेहादी साम्राज्य के तार
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एनआईए के सूत्रों के मुताबिक श्रीनगर, अनंतनाग, बारामुला, अवंतीपुरा, अचाबल, मगरे मोहल्ला, संसुन्न, पुछरू, दलाल मोहल्ला, दारुल उलूम इलाका, नवाबजार सहित अन्य लोकेशन पर रविवार सुबह करीब सात बजे ही एनआईए की टीम मौके पर पहुंच गई थी. इस छापेमारी के पहले बड़ी तादात में स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG ), SDPO, स्थानीय पुलिस, अर्धसैनिक बल के जवानों की तैनाती की गई. उसके बाद इस छापेमारी की कार्रवाई को अंजाम दिया गया, हालांकि एनआईए की टीम ने शनिवार देर रात को ही सर्च लोकेशन के आसपास मूवमेंट करके उस इलाके को एक सुरक्षित घेरा बना चुकी थी. आतंकियों के साहित्य कनेक्शन और भारत देश के पड़ोसी देश से आतंकियों के इस खतरनाक ऑपरेशन से जुड़े मामले की पड़ताल के लिए एनआईए ने करीब 10 दिनों पहले एक एफआईआर दर्ज की थी. इसी मामले में अदनान अहमद नदवी नाम के एक आरोपी को भी एनआईए ने गिरफ्तार करके उससे कश्मीर से लेकर उत्तरप्रदेश के लखनऊ तक के कनेक्शन को जानने का प्रयास कर रही है.
आतंकी संगठन खतरनाक साहित्य कनेक्शन की जांच शुरू
एनआईए मुख्यालय के सूत्रों के मुताबिक केंद्रीय जांच एजेंसी एनआईए को केंद्रीय खुफिया एजेंसी आईबी (IB ) और अंतरराष्ट्रीय स्तर के आतंकियों पर नजर रखने वाली भारतीय संस्था रॉ (RA&W ) के अधिकारियों पिछले कुछ वक्त पहले ये इनपुट्स मिले थे कि जम्मू -कश्मीर सहित देश के कुछ अन्य इलाकों में ये आतंकी संगठन “जिहादी और आतंकी साहित्य ” के मार्फत युवाओं को आतंकी संगठन में जोड़ने के लिए प्रयासरत है, इस इनपुट को बाद में केंद्रीय गृहमंत्रालय (MHA ) और केंद्रीय जांच एजेंसी एनआईए के साथ साझा किया गया था. एनआईए की टीम ने इस मामले में तमाम शुरुवाती इनपुट को खंगालने के बाद शनिवार देर रात से ही ऑपरेशन को अंजाम देने में जुट गई.
जेहादी और आतंकी साहित्य का कनेक्शन
एनआईए के वरिष्ठ सूत्रों के मुताबिक – इस जेहादी और आतंकी साहित्य का कनेक्शन जम्मू -कश्मीर तक ही नहीं बल्कि श्रीलंका से लेकर मालदीव तक (SriLanka and Maldives ) फैला हुआ है. जहां भारत मूल के काफी लोग रहते हैं. ये आतंकी उन भारतीय मूल के लोगों को और उसके भारत में परिजनों और उसके आसपास अपनी आतंकी सोच से प्रभावित करने लिए ऑनलाइन जेहादी आतंकी मैगजीन (Online radicalisation in Indian subcontinent) की शुरुआत की गई है. आतंकियों के इस मैगजीन का 16 संस्करण छाप और उसका प्रचार -प्रसार कर दिया गया है. हाल में ही उसका 17 वां संस्करण प्रकाशित हुआ है.
मेडिकल रिप्रजेंटेटिव की गवाही मददगार साबित हुई एनआईए के लिए
एनआईए मुख्यालय में कार्यरत एक वरिष्ठ अधिकारी सूत्र के मुताबिक हाल में ही एनआईए ने 25 साल के एक युवक को हिरासत में लेकर पूछताछ की थी, जो मेडिकल रिप्रजेंटेटिव (medical representative) का काम करता था. आतंकियों के संपर्क में आकर उसके संगठन के लिए काम करने में जुट गया था. लिहाजा पूछताछ के बाद उस युवक को बाद में गिरफ्तार कर लिया गया था. उसी पूछताछ में ये खुलासा हुआ था कि किस तरह से आतंकियों द्वारा “ऑनलाइन जेहादी- आतंकी साहित्य “के मार्फत आतंकी संगठन कश्मीर सहित श्रीलंका, मालदीव जैसे पड़ोसी देश में साहित्य /मैगजीन के जरिये आतंकी सोच का बीज बोने की कोशिश कर रहा है.
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