Kejriwal Government पद्म अवॉर्ड्स के लिये सिर्फ डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टॉफ के नाम केंद्र को भेजेगी, विधानसभा में प्रस्ताव पारित
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नई दिल्ली. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने कहा कि दिल्ली और देश का पूरा फर्ज बनता है कि डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टॉफ का पूरा सम्मान करें. दिल्ली सरकार (Delhi Government) ने जो कदम उठाये और डॉक्टर का साथ दिया है. उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार ने यह फैसला लिया था कि जब कोरोना महामारी (Corona Pandemic) शुरू हुई उस वक्त 15 दिन डॉक्टर काम करेंगे और उसके बाद में क्वारंटाइन रहेंगे.
इसके लिए दिल्ली सरकार ने डॉक्टर्स के रहने के लिए फाइव स्टार में व्यवस्था की थी. देश ही नहीं दुनिया में दिल्ली सरकार अकेली ऐसी सरकार थी. दिल्ली सरकार ने डॉक्टर्स और पैरामेडिकल स्टाफ के अलावा फ्रंटलाइन वर्कर के लिए ड्यूटी के दौरान शहीद होने वालों को 1 करोड रुपए की सम्मान राशि देने की घोषणा की गई थी. ऐसा उनके परिवार का मनोबल बढ़ाने के लिए किया गया था. कई परिवारों को घर जाकर राशि दी गई है.
उन्होंने सदन को अवगत कराते हुए कहा कि केंद्र सरकार की ओर से हर साल चुनिंदा लोगों को पदम अवार्ड से सम्मानित किया जाता है. इसके लिए केंद्र सरकार सभी राज्यों से नॉमिनेशन आमंत्रित करती है. इस बार दिल्ली सरकार ने निर्णय लिया है कि केवल डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ का ही नाम पद्म अवार्ड के लिए नामित करेगी.
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दिल्ली सरकार की ओर से इस दिशा में प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है और 3 दिन पहले ईमेल के जरिए मांगे गए नामों के तहत अब तक 2,100 नाम प्राप्त हुए हैं. केंद्र सरकार को चुनिंदा नामों की सूची भेजने की अंतिम तारीख 15 सितंबर है.
केंद्र सरकार से आग्रह भी किया है कि दिल्ली ही नहीं, राज्यों से भी जिन डॉक्टर्स के नाम केंद्र सरकार को भेजे जाएं. उनको पदम अवार्ड दिया जाए. उनके प्रति एक बड़ा सम्मान होगा. भारतीय डॉक्टर को सामूहिक रूप से भारत रत्न अवार्ड दिया जाए. इससे मेडिकल फ्रेटरनिटी का सम्मान बढ़ेगा.
दरअसल दिल्ली विधानसभा के मानसून सत्र में सदन की कार्यवाही के दौरान आम आदमी पार्टी के विधायक सौरभ भारद्वाज की ओर से कोरोना संक्रमण के दौरान सेवा देने वाले दिल्ली के डॉक्टरों औरपैरामेडिकल स्टाफ को पद्म पुरस्कारों के लिए चुने जाने को लेकर प्रस्तुत प्रस्ताव पर चर्चा करवाई गई. सदन में रोहित मेहरोलिया, भूपेंद्र सिंह जून, अजय महावर ने भी सदन में विचार व्यक्त किए.
अजय महावर ने कहा कि इस प्रस्ताव का समर्थन करते हैं. लेकिन इसमें भेदभाव नहीं होना चाहिए. दिल्ली सरकार के डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टॉफ के साथ-साथ दिल्ली नगर निगम के डाक्टर और स्टॉफ को भी इसमें शामिल किया जाना चाहिए. सदस्य ने पर्यावरणविद सुंदरलाल बहुगुणा को भारत रत्न देने का समर्थन भी किया. उन्होंने यह बात भी कही की दिल्ली के डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ आदि के लिए दिल्ली रत्न अवॉर्ड की व्यवस्था शुरू कर सकती है.
नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने भी सदन में वक्तव्य देते हुए कहा कि डॉक्टर्स, पैरामेडिकल स्टाफ के साथ-साथ सफाई कर्मियों और उन सभी कोरोना यौद्धाओं को भी 1-1 करोड रुपए की सम्मान राशि प्रदान की जाए जिन्होंने कोरोना महामारी के दौरान बढ़-चढ़कर दिल्ली की जनता की सेवा की है. इसमें शिक्षक, सफाई कर्मी, अस्पताल कर्मी, दिल्ली पुलिस के जवान और अन्य सभी फ्रंटलाइन वर्कर शामिल हैं.
इन दोनों प्रस्तावों का समर्थन दिल्ली के मुख्यमंत्री ने किया. इन दोनों प्रस्तावों को दिल्ली विधानसभा की ओर से सर्वसम्मति से पारित कर दिया गया. इसके बाद दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल ने सदन की कार्यवाही को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया.
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