उत्तराखंड

केरल में कोविड पॉजिटिविटी रेट सबसे ज्यादा, 24 घंटे में 24,296 नए केस, 173 मौतें

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तिरुवनंतपुरम. देश में सबसे तेज गति से कोरोना संक्रमण केरल (Kerala) में देखा जा रहा है. यहां बीते चौबीस घंटों में संक्रमण के 24,296 नए मामले सामने आए हैं, ऐसा पिछले दो-तीन महीनों में नहीं हुआ था. वहीं कोरोना वायरस (Corona Virus) से 173 रोगियों की मौत हो गई. केरल स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों की माने तो पॉजिटिविटी रेट 18.04 प्रतिशत हो गया है. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक देश में सबसे ज्‍यादा मामले और मौतें केरल में ही हो रही हैं. केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीणा जार्ज ने कहा है कि इस बात का भी खयाल रखा जाना चाहिए जो लोग घरों में पृथक वास में हैं, वे दिशानिर्देशों का ठीक से पालन करें.

केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीणा जार्ज के फेसबुक पेज के एक पोस्ट के मुताबिक टीकाकरण योजना बनाने के लिए सभी जिलों को निर्देश दिया गया है. केरल सरकार, सितंबर के आखिर तक 18 साल से ऊपर के सभी लोगों को कोविड-19 रोधी टीके की कम से कम एक खुराक लगा देने के लक्ष्य पर काम रही है. मंत्री ने अपने विभाग की एक आपात बैठक में ये निर्देश दिए हैं. यह बैठक राज्य में कोविड-19 मरीजों की बढ़ती संख्या की समीक्षा और यथासंभव अधिकाधिक लोगों के लिए टीकाकरण सुनिश्चित करने को लेकर बुलायी गयी थी.

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फेसबुक पोस्ट के मुताबिक, मंत्री ने बैठक में निर्देश दिया कि टीके लगाने में देरी से बचने पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि सीरिंज की कमी की समस्या का समाधान किया जा रहा है. जार्ज ने कहा कि केंद्र ने राज्य को 1.11 करोड़ टीके देने का वादा किया है और ऐसे में शीघ्र ही अधिक खुराक उपलब्ध होंगी. उन्होंने यह भी कहा कि ओणम के बाद कोरोना वायरस के मामले बढ़ने की आशंका है, इसलिए अस्पतालों को ऐसी किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने की जरूरत है.

उन्होंने कहा कि इसके अलावा, तीसरी लहर की आशंका के मद्देनजर जिला स्तर पर अस्पतालों में ऑक्सीजन बेड, आईसीयू एवं वेंटिलेटर का इंतजाम करके उस स्थिति से निपटने की व्यवस्था की जा रही है. मंत्री ने कहा कि चूंकि ऐसी आशंका है कि तीसरी लहर बच्चों को अधिक प्रभावित कर सकती है, क्योंकि उन्हें अब तक टीका नहीं लगा है, ऐसे में उनके इलाज पर विशेष ध्यान दिया जाएगा तथा उनके लिए बालचिकित्सा वार्ड एवं आईसीयू का भी इंतजाम किया जा रहा है. उन्होंने यह भी कहा कि मृत्युदर कम से कम रखने पर ध्यान दिया जाना चाहिए.

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