उत्तराखंड

ओलंपिक में हांकी टीम की सफलता पर संसदीय समिति ने सीएम नवीन पटनायक की प्रशंसा की, दूसरे राज्यों से कही ये बात

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मुंबईः टोक्यो ओलंपिक से पहले मीराबाई चानू (Mirabai Chanu) और बजरंग पुनिया ( Bajrang Punia) जैसे भारतीय एथलीटों को सरकार द्वारा दिए गए अंतर्राष्ट्रीय एक्सपोजर, और 2018 के बाद से पुरुष और महिला दोनों हॉकी टीम के स्पॉन्सरशिप के लिए नवीन पटनायक (CM Naveen Patnaik) की जमकर तारीफ हो रही है. 2018 में जब हॉकी इंडिया फेडरेशन ने केंद्र से स्पॉन्सरशिप मांगी थी तो अफसरों द्वारा इसे ज्यादा गंभीरता से नहीं लिया गया. ऐसे में भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान और भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान और BJP राज्यसभा सांसद दिलीप तिर्की ने मुख्यमंत्री नवीन पटनायक को भारतीय हॉकी की महिला और पुरुष टीम को स्पॉन्सरशिप करने का सुझाव दिया था.
2021 टोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympic 2021) के लिए देश की तैयारी पर संसद की एक स्थायी समिति की रिपोर्ट में ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक द्वारा भारतीय और महिला हॉकी टीम को स्पॉन्सर करने को लेकर उनके पहल का उल्लेख किया गया है. समिति ने अपनी रिपोर्ट में 2018 से पुरुष और महिला हॉकी टीम दोनों को स्पॉन्सर करने में ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक द्वारा की गई पहल और प्रयासों की सराहना की है साथ ही हॉकी इंडिया के जरिए उच्च गुणवत्ता वाले खेल केंद्र स्थापित करने की बात कही गई.

ओलंपिक खेल 2021 की तैयारी की रिपोर्ट पेश की गई

समिति द्वारा शुक्रवार को संसद में ओलंपिक खेल 2021 की तैयारी पर पेश रिपोर्ट में कहा गया कि भारतीय हॉकी पुरुष टीम ने हॉकी में शानदार प्रदर्शन करते हुए 41 साल का सूखा खत्म किया और कांस्य पदक जीता. जबकि, महिला हॉकी टीम कांस्य पदक से बस कुछ ही दूर रह गई और ग्रेट ब्रिटेन से हार गई. भाजपा सांसद विनय पी. सहस्रबुद्धे की अध्यक्षता वाली संसदीय समिति ने ने सरकार की प्रतिक्रिया पर भी ध्यान दिया है कि कैसे टोक्यो ओलंपिक से पहले भारतीय एथलीटों को अच्छे प्रदर्शन के लिए उल्लेखनीय व्यवस्था की गई.

ट्रेनिंग के लिए मीराबाई चानू गईं थी यूएस

संसदीय समिति द्वारा बताया गया कि कैसे ‘2020 में भारतीय वेटलिफ्टर मीराबाई चानू को स्ट्रेंथ ट्रेनिंग और पुनर्वास शिविर के लिए यूएसए भेजा गया. ट्रेनिंग और कॉम्पटीशन के लिए भारतीय पहलवान बजरंग पुनिया को यूएसए और विनेश फोगाट को बुल्गारिया भेजा गया. भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ियों को प्रमुख प्रतियोगिताओं की तैयारी के लिए अक्टूबर, 2020 में डेनमार्क और थाईलैंड भेजा गया. भारतीय तैराकों को एक ट्रेनिंग कैंप में भाग लेने के लिए दुबई भेजा गया. इसके अलावा 15 भारतीय बॉक्सर्स को विदेशी ट्रेनिंग के लिए इटली भेजा.’ समिति की रिपोर्ट ने इस मुद्दे पर सरकार की प्रतिक्रिया दर्ज की है.

मालूम हो कि, मीराबाई चानू ने टोक्यो ओलंपिक में वेटलिफ्टिंग में रजत पदक जीता है, जबकि पुनिया ने कुश्ती के सेमीफाइनल में प्रवेश किया है. वहीं बैडमिंटन खिलाड़ी पी.वी. सिंधु ने टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक जीता है. इससे पहले संसदीय समिति ने सरकार के सामने इस बात को लेकर चिंता जताई थी कि कोरोना और लॉकडाउन और यात्रा प्रतिबंधों के चलते, अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा का नुकसान हुआ है, जिससे एथलीटों का प्रशिक्षण बेहद प्रभावित हुआ है.

अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं को दी जानी चाहिए प्राथमिकता

कमेटी को दिए अपने जवाब में सरकार द्वारा कहा गया कि, ‘अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं को प्राथमिकता दी जानी चाहिए क्योंकि वे एथलीटों को वास्तविक ओलंपिक के दौरान दबाव की स्थितियों के लिए तैयार करते हैं. भारतीय कुश्ती टीम ने दिसंबर, 2020 में सर्बिया में आयोजित UWW विश्व कप में भाग लिया था. वहीं भारतीय जूडो टीम ने बुडापेस्ट, हंगरी में 23-26 अक्टूबर, 2020 के बीच आयोजित ग्रैंड स्लैम 2020 में भाग लिया.’

संसदीय समिति द्वारा कहा गया कि खेलों में बेहतर प्रदर्शन के लिए सभी राज्यों को ओडिशा मॉडल की तर्ज पर क्षेत्र विशेष के एक खेल पर खास ध्यान देना चाहिए और उच्च गुणवत्ता वाले खेल केंद्र बनने की कोशिश करना चाहिए.

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