उत्तराखंड

गुजरात: रेलवे ट्रैक को टूटा देख 1 किमी तक दौड़ गया युवक, फिर जो हुआ…

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नई दिल्‍ली. गुजरात (Gujarat) के दाहोद जिले में एक युवक की सक्रियता ने बड़ी रेलवे दुर्घटना को टाल दिया. रेलवे अधिकारियों ने बताया कि चरवाहे राकेश बारिया (30) ने बकरियां चराते समय देखा कि रेलवे ट्रैक टूटा हुआ है. ऐसे में उसने तुरंत इसकी सूचना रेलवे अधिकारियों को देने की कोशिश की, लेकिन वह इसमें कामयाब नहीं हो सका. इसके बाद वह अपने घर गया और वह लाल रंग का कपड़ा लेकर उसी ट्रैक पर लौटा और टूटे हुए ट्रैक से करीब दो किमी दूर जाकर उसने लाल कपड़ा लहराया और माल गाड़ी रोकी.

अधिकारियों ने बताया कि दाहोद पश्चिम रेलवे रतलाम मंडल के अंतर्गत आता है. इस घटना के दो दिन बाद रतलाम के मंडल रेल प्रबंधक (डीआरएम) विनीत गुप्ता ने राकेश बारिया को अपने आफिस बुलाया और  5,000 रुपये नकद और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया.

रेलवे अधिकारियों ने बताया कि घटना 21 फरवरी की है. जब दिल्ली-मुंबई मार्ग पर स्थित गुजरात के दाहोद जिले से गुजर रहे रेलवे ट्रैक को एक जगह से टूटा देखने के बाद राकेश बारिया ने रेलवे के किसी कर्मचारी अधिकारी तक यह बात पहुंचाने की कोशिश की, लेकिन वह सफल नहीं हो सका. इस घटना की सूचना उसने अपने पिता को दी. उसके पिता ने भी फोन के जरिए रेलवे के अधिकारी-कर्मचारियों तक यह सूचना देने की कोशिश, परंतु वे भी सफल नहीं हो सके.

इसके बाद पिता की सलाह पर राकेश अपने घर से एक लाल कपड़ा लेकर वापस उसी रेलवे ट्रैक पर आया और उस स्‍थान से करीब दो किमी दूर जाकर उसने लाल कपड़ा लहराया. इस लाल कपड़े को देखकर माल गाड़ी के ड्राइवर ने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन रोक दी. इसके बाद उन्‍होंने रेलवे अधिकारियों को इसकी सूचना दी. रेलवे अधिकारियों ने बताया कि टूटे हुए ट्रैक की मरम्‍मत कर दी गई है. इस व्‍यस्‍त रेलवे मार्ग से करीब 125 ट्रेनें गुजरती हैं जिनमें यात्री और माल गाड़ियां शामिल हैं.

Tags: Gujarat



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