आजादी के अमृत महोत्सव के तहत प्रदेश के पर्यटन स्थल जगमगा रहे तिरंगे की रोशनी से
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देहरादून। आजादी के अमृत महोत्सव पर राज्य के कुल 43 राष्ट्रीय संरक्षित स्मारकों में से पांच पर्यटन स्थल तिरंगे को प्रदर्शित करतीं डिजिटल रोशनी से जगमग हो गए। वहीं चारधाम मंदिरों में भी देशभक्ति की छटा दिखाई दे रही है। बदरीनाथ धाम में आजादी के अमृत महोत्सव के तहत तिरंगा ध्वज फहराया गया और तिरंगा यात्रा निकाली गई।
इसके अलावा भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण मंडल देहरादून की ओर से 16 अन्य चयनित पर्यटन स्थलों में स्वच्छता अभियान व जन जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। तिरंगा युक्त डिजिटल रोशनी से जगमग हुए जौनसार के सिद्धपीठ महासू देवता मंदिर हनोल और लाखामंडल के शिव मंदिर की भव्यता पर्यटकों को आकर्षित कर रही है।
देश की आजादी के 75वीं वर्षगांठ पर आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है। इसी क्रम में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण-एएसआइ देहरादून मंडल की ओर से राज्य के राष्ट्रीय संरक्षित स्मारकों में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।
अधीक्षण पुरातत्वविद डा. मनोज सक्सेना ने कहा कि उत्तराखंड राज्य में घोषित कुल 43 राष्ट्रीय संरक्षित स्मारकों की देखरेख एवं संरक्षण का जिम्मा एएसआइ के पास है।
आजादी का अमृत महोत्सव पर देहरादून जनपद से जुड़े जौनसार-बावर के सिद्धपीठ महासू देवता मंदिर हनोल, पांडव कालीन शिव मंदिर लाखामंडल, कलिंगा स्मारक देहरादून, मृत्युंजय मंदिर द्वाराहाट व सूर्य मंदिर कटारमल समेत पांच महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों को तिरंगे की डिजिटल रोशनी से सजाया गया है।
इन मंदिरों में रात के समय डिजिटल रोशनी की चमक बिखेरने से राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे की आकृति साफ दिखाई पड़ती है। यहां 8 से 15 अगस्त तक तिरंगे की रोशनी की सजावट रहेगी।
इसके अलावा बदरीनाथ मंदिर समूह द्वाराहाट, प्राचीन नौला स्युनराकोट अल्मोड़ा, मंदिर समूह बैजनाथ गोपेश्वर, पुरातात्विक स्थल एवं अवशेष गोविषाना टीला काशीपुर, रुद्रनाथ मंदिर गोपेश्वर-चमोली, प्राचीन अंग्रेजों के कब्रिस्तान रुड़की, पुरातात्विक स्थल एवं अवशेष जगतग्राम बाड़वाला-विकासनगर, सम्राट अशोक शिलालेख कालसी-जौनसार, प्राचीन शिव मंदिर लाखामंडल, महासू देवता मंदिर हनोल समेत 16 चयनित धार्मिक एवं पर्यटन स्थलों में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग की ओर से स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है।
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