उत्तराखंड

UP News: जानिए क्यों चंदौली में यूपी पुलिस के 6 दरोगा एक साथ किए गए सस्पेंड?

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वाराणसी. उत्तर प्रदेश की मऊ लोकसभा सीट (Mau Loksabha Seat) से बसपा सांसद अतुल राय (BSP MP Atul Rai) पर दुष्कर्म (Rape) सहित अन्य आरोप लगाने वाली युवती की इलाज के दौरान मौत हो गई. युवती ने अपने दोस्त सत्यम प्रकाश राय के साथ दिल्ली सुप्रीम कोर्ट (SC) के गेट के बाहर खुद को आग लगा ली थी. सत्यम की इलाज के दौरान पहले ही मौत हो गई थी. पीड़िता की मौत के बाद पीछे कई सवाल छूट गए हैं.

आत्मदाह से ऐन पहले फेसबुक लाइव करते हुए लड़की और उसके दोस्त ने यूपी के कई पुलिस अफसरों समेत कुछ अन्य लोगों पर परेशान करने और दबाव बनाने का आरोप लगाया था. अगर पिछले एक साल में सिलसिलेवार घटनाओं को देखें तो पूरा मामला बेहद उलझा हुआ नजर आता है.

पीड़ित लड़की यूपी के बलिया जिले की रहने वाली थी और वाराणसी के उदय प्रताप कालेज की छात्रा थी. वीडियो के जरिए लड़की और उसके दोस्त सत्यम राय ने तत्कालीन वाराणसी एसएसपी रहे अमित पाठक, तत्कालीन सीओ भेलुपुर अमरेश सिंह बघेल, दरोगा संजय राय समेत अन्य पर भी सांसद को बचाने और उसे परेशान करने का आरोप लगाया था.

एसएसपी हटाए गए, इंस्पेक्टर सस्पेंड

इस मामले में वाराणसी के तत्कालीन एसएसपी अमित पाठक को गाजियाबाद से हटाकर लखनऊ तबादला कर दिया गया. वहीं वाराणसी के कैंट थाना प्रभारी निरीक्षक और विवेचक पर कार्यवाही की गई है. प्रभारी निरीक्षक को लाइन हाजिर कर दिया गया है, जबकि विवेचक को सस्पेंड कर दिया गया है.

घटना से पहले 2 अगस्त को जारी हुआ था गैर जमानती वारंट

आत्मदाह की घटना से पहले दो अगस्त को मृतक लड़की के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी हुआ था. युवती पर आरोप था कि उसने दो अलग-अलग मुकदमों में अपनी उम्र अलग-अलग दर्ज कराई है. इस मामले में कैंट थाने की पुलिस को युवती की तलाश थी, जबकि दूसरी ओर गैर जमानती वारंट जारी होने से कुछ दिन पहले सांसद अतुल राय की बहन, पिता और वकील ने प्रेस कांफ्रेंस करके पुलिस पर ही सवाल खड़े किए थे.

MP पर रेप का आरोप लगाने वाली लड़की ने आत्मदाह की कोशिश से पहले किया था FB Live

परिवार वालों का कहना था कि लड़की और उसके दोस्त के षड्यंत्र का पर्दाफाश करने से जुड़े सारे ऑडियो रिकार्डिंग समेत अन्य साक्ष्य पुलिस को दिए गए लेकिन फिर कोई कार्यवाही नहीं हो रही है. तब बहन ने न्याय न मिलने के कारण अपनी भाभी दवारा आत्महत्या की चेतावनी दी थी. परिवारवालों और वकील ने मऊ सदर विधायक मुख्तार अंसारी पर भी चुनाव की रंजिश के चलते षड्यंत्र का आरोप लगाया था. उससे पहले परिवारवालों ने सीएम योगी से गुहार लगाते हुए मुख्तार अंसारी से अतुल राय की जान को खतरा बताया था.

कब-कब क्या हुआ?

बीते लोकसभा चुनाव से ऐन पहले एक मई 2019 को युवती ने लंका थाने में अतुल राय के खिलाफ दुष्कर्म सहित अन्य आरोपों में मुकदमा दर्ज कराया था.

22 जून 2019 को सांसद अतुल राय ने वाराणसी की कोर्ट में सरेंडर कर दिया.

इस मामले में अतुल राय प्रयागराज जिले के केंद्रीय कारागार नैनी में बंद हैं.

युवती और उसके दोस्त ने फेसबुक लाइव के जरिए आरोप लगाया कि सभी मिलकर उसे ही चरित्रहीन साबित और सांसद अतुल राय को बचाने की कोशिश में लगे हैं.

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