10 करोड़ की दान की जमीन पर गाजियाबाद में बना पतांजलि योगपीठ, कौन है जमीन दान देने वाली महिला?
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उद्घाटन के मौके पर स्वामी रामदेव और आचार्य बालकृष्ण के साथ जमीन दान देने वाली महिला दयावती (पीली साड़ी में)
गाजियाबाद में 10 करोड़ की दान की जमीन पर निर्मित पतांजलि योगपीठ का उद्घाटन मंगलवार को किया गया. 15 बीघा जमीन गांव की एक महिला ने पतांजलि योगपीठ को दान दी है.
गाजियाबाद. जिले के मोदीनगर में मंगलवार को पतांजलि योगपीठ का उद्घाटन स्वामी रामदेव और आचार्य बालकृष्ण मौजूदगी में हुआ. योगपीठ के लिए यहां की एक बुजुर्ग महिला ने अपनी 10 करोड़ की करीब 15 बीघा जमीन दान दी है, जिस पर योगपीठ का निर्माण किया गया है. स्वामी रामदेव ने भी जमीन दान देने के लिए महिला आभार व्यक्त किया है.
मोदीनगर के सीकरी कलां गांव में पतांजलि योगपीठ का विधिवत पूजा अर्चना के साथ उद्घाटन हुआ. सीकरी कलां निवासी 63 वर्षीय दयावती ने अपनी पैतृक जमीन पतंजलि योगपीठ को दान में दी है. सीकरी कलां में दयावती देवी का मायका है. उनके कोई संतान नहीं है. पति हरिकृष्ण सेना में थे और रिटायर होने के करीब 15 साल बाद उनकी मृत्यु हो गई. इसके बाद दयावती अकेली रह गईं. इसलिए उन्होंने अपनी जमीन स्वामी रामदेव के पतंजलि योगपीठ को दान दी है. दयावती ने सात साल पहले यक जमीन दान देने का निर्णय लिया था. दयावती फिलहाल ममेरे भाई मांगेराम के साथ रहती हैं. उन्होंने जमीन इसलिए दान दी है जिससे आने वाली पीढ़ी को लाभ मिले. सांसद डा.सत्यपाल सिंह ने कहा कि पतंजलि योगपीठ की स्थापना मोदीनगर क्षेत्र के लिए बड़ी उपलब्धि है.
उद्घाटन के मौके पर स्वामी रामदेव ने कहा इस योगपीठ में 250 से ज्यादा थैरेपी होंगी. मसाज, लेप, मिट्टी औषधि आदि प्रमुख थैरेपी होंगी. योगपीठ में किसी भी दिन छुट्टी नहीं होगी. यहां पर मेडीकेटेड फूड और वाटर मिलेगा. योगपीठ में नियमित रूप से यज्ञ का आयोजन कराया जाएगा. नौकरीपेशा लोगों के लिए सुबह पांच बजे थैरेपी कराने की सुविधा होगी. स्वामी रामदेव ने एलोपैथी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि ड्रग्स इंडस्ट्री द्वारा तैयार किया गया सिलेबस डाक्टरों को पढ़ाया जा रहा है. उसी वजह से ड्रग्स को इतना बढ़ावा मिल रहा है. यदि यह उपचार आयुर्वेद से किया जाए तो रोग को पूरी तरह खत्म किया जा सकता है.
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