उत्तराखंड

कौन होगा कर्नाटक का अगला मुख्यमंत्री, भाजपा महासचिव ने दिया ये जवाब

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बेंगलुरु.  भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय महासचिव और कर्नाटक के प्रभारी अरुण सिंह ने सोमवार को बी एस येदियुरप्पा के इस्तीफे के बाद अगले मुख्यमंत्री के बारे में टिप्पणी करने से इंकार कर दिया और कहा कि इस बारे में फैसला पार्टी के संसदीय बोर्ड और भाजपा के विधायकों पर छोड़ दिया गया है. सिंह ने दिल्ली में संवाददाताओं से कहा, ’’ अभी मैं कुछ नहीं कहूंगा. भाजपा ससंदीय दल और पार्टी विधायक दल की बैठक में अगले मुख्यमंत्री को लेकर निर्णय लिया जाएगा.’’

कर्नाटक के प्रभारी अरुण सिंह से यह पूछे जाने पर कि बैठक कब होने की संभावना है? उन्होंने कहा कि इस समय वह कुछ नहीं कह सकते. येदियुरप्पा के इस्तीफे के पीछे की वजहों के सवाल पर सिंह ने कहा कि वह खुद इस बारे में बता चुके हैं. अगले बेंगलुरु दौरे के बारे में भाजपा नेता ने कहा कि इस बारे में वह बाद में बताएंगे. उल्लेखनीय है कि येदियुरप्पा ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है.

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इससे पहले इस्तीफे का ऐलान करते हुए येडियुरप्पा ने भावुक होते हुए एवं रुंधे गले से कहा था, ‘मेरी बात को अन्यथा मत लीजिएगा, आपकी अनुमति से… मैंने फैसला किया है कि मैं मध्याह्न भोजन के बाद राजभवन जाऊंगा और मुख्यमंत्री पद से अपना इस्तीफा राज्यपाल को सौपूंगा.’ उन्होंने कहा था, ‘मैं दु:खी होकर नहीं, बल्कि खुशी से ऐसा कर रहा हूं.’ येडियुरप्पा ने 75 साल से अधिक आयु होने के बावजूद उन्हें दो साल मुख्यमंत्री के रूप में सेवा करने का अवसर देने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, शाह और नड्डा का धन्यवाद किया. भाजपा में 75 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को निर्वाचित कार्यालयों से बाहर रखने का अलिखित नियम है.

सीएम पद की रेस में आगे ये नाम

सूत्रों के मुताबिक राज्य के अगले सीएम का ऐलान 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए किया जाएगा. इस पद के लिए मुरुएश आर निरानी का नाम आगे चल रहा है. वह येडियुरप्पा की निवर्तमान कैबिनेट में खनन और भूविज्ञान मंत्री रह चुके हैं. वहीं बासवराज बोम्मई को भी सीएम पद के लिए बड़ा दावेदार माना जा रहा है. सियासी गलियारों में चर्चा है कि उन्हें येडियुरप्पा का भी वर्दहस्त प्राप्त है. वहीं बासनगौड़ा पाटिल यतनाल और अरविंद बेलाड़ का नाम चर्चा में है. यतनाल के लिए आरएसएस से करीबी को मजबूती माना जा रहा है तो वहीं येडियुरप्पा के खिलाफ मोर्चे की अगुवाई करने वाले बेलाड़ को भी कई विधायकों का समर्थन प्राप्त है.

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