उत्तराखंड पर मर मिटे परमजीत के पिता ने क्यों कहा, ‘बेटे के बलिदान के बाद आज मिली बड़ी खुशी’?
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पृथक उतराखंड की मांग को लेकर बड़ा आंदोलन हुआ था. 1 सितम्बर 1994 को खटीमा में लोग सड़कों पर निकल पड़े थे और फिर चली थीं गोलियां… उत्तराखंड बनने के 20 साल बाद पहली बार कोई मुख्यमंत्री उन शहीदों के स्मारक तक आएगा. पढ़िए खटीमा से कमलेश भट्ट की रिपोर्ट.
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