नेतृत्व परिवर्तन की अटकलों के बीच येडियुरप्पा ने विधायकों को डिनर पर बुलाया
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पहले ऐसी खबरें थीं कि भाजपा विधायक दल की बैठक 26 जुलाई को सरकार के दो साल पूरे होने के अवसर पर बुलाई जाएगी, जिस दौरान नेतृत्व परिवर्तन की अटकलों के बारे में कुछ स्पष्टता की उम्मीद थी. येडियुरप्पा, 26 जुलाई को पद पर दो साल पूरे कर रहे हैं. उन्होंने पिछले हफ्ते दिल्ली का दौरा किया था जिस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की थी.
उधर कर्नाटक के गृह मंत्री बसवराज बोम्मई ने दावा किया कि येडियुरप्पा सीएम बने रहेंगे. समाचार एजेंसी ANI के अनुसार बोम्मई ने कहा, ‘सीएम (येडियुरप्पा) बने रहेंगे. यह उन्होंने खुद कहा है. हमारे इंचार्ज अरुण सिंह ने भी यह बात कही थी. अटकलों और अफवाहों के जरिए से वो राजनीतिक अस्थिरता पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं. सीएम बहुत मजबूत हैं, वह हमारे नेता हैं और वो सीएम बने रहेंगे.’
CM is going to continue, he himself has said it. Our incharge Arun Singh had also said it. Through all these speculations & rumours they’re trying to create political instability. CM is very strong, he is our leader & he will continue to be the CM: Karnataka HM
Basavaraj Bommai pic.twitter.com/u0dcbhXChd
— ANI (@ANI) July 21, 2021
‘येडियुरप्पा को मुख्यमंत्री पद से हटाने पर भाजपा दुष्परिणाम झेलेगी’
वहीं भाजपा के एक वर्ग में येडियुरप्पा को हटाये जाने को लेकर चल रही चर्चा के बीच विभिन्न दलों के प्रमुख वीरशैव-लिंगायत राजनीतिक नेताओं एवं संतों ने उनके पीछे अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. इस प्रभावशाली समुदाय के कई संतों एवं नेताओं ने भाजपा को 78 वर्षीय कद्दावर लिंगायत नेता को मुख्यमंत्री के पद से हटाये जाने के विरूद्ध आगाह किया है. कर्नाटक में लिंगायत करीब 16 फीसद हैं. वीरशैव-लिंगायत समुदाय भाजपा का अहम वोटबैंक समझा जाता है.
येडियुरप्पा को हटाये जाने की अटकलें फिर तेज होने पर वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं ‘ऑल इंडिया वीरशैव महासभा’ के प्रमुख शमानुर शिवशंकरप्पा ने कहा कि यह समुदाय उनके पीछे मजबूती से खड़ा है. उन्होंने येडियुरप्पा को मुख्यमंत्री पद से हटाये जाने के बारे में भाजपा में चल रहे मंथन की खबर के बारे में पूछे गये एक सवाल के जवाब में कहा, ‘ उसे (भाजपा नेतृत्व को) एस निजलिंगप्पा, वीरेंद्र पाटिल, जेएच पटेल और एसआर बोम्मई (सभी पूर्व मुख्यमंत्रियों) से जुड़ा इतिहास याद कर लेना चाहिए. यदि वह ऐसा कोई कुछ भी करने की चेष्टा करता है तो वह अपना ही सर्वनाश करेगा.’
उन्होंने कहा, ‘वीरशैव महासभा उनके पीछे खड़ी है.. जब तक येडियुरप्पा रहेंगे तब तक भाजपा रहेगी. यदि येडियुरप्पा को परेशान किया गया तो चीजें खत्म हो जाएंगी.’ लिंगायत समुदाय के अन्य कांग्रेस नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री एमबी पाटिल ने चेतावनी दी कि यदि भाजपा ने येडियुरप्पा जैसे कद्दावर नेता के साथ ‘बुरा बर्ताव’ किया जो भाजपा लिंगायतों के कोप का भाजन बन सकती है. हालांकि येडियुरप्पा ने मंगलवार को विभिन्न समुदायों के संतों के प्रतिनिधिमंडल से कहा कि उन्हें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के शीर्ष नेतृत्व के निर्णय का पालन करना ही होगा.
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